केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने पुणे में केपीआईटी-सीएसआईआर द्वारा विकसित भारत की पहली स्वदेशी हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस लांच की है.
इस अवसर पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सुलभ स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को पूरा करने और नए उद्यमियों के सृजन को सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का हाइड्रोजन विजन भारत के लिए महत्वपूर्ण है और यह प्रधानमंत्री मोदी के नेशनल हरित हाइड्रोजन मिशन के अनुरूप है.
CSIR-NCL द्वारा विकसित इस तकनीकी की विशिष्टता एक नवीन डाउनस्ट्रीम प्रक्रिया प्रौद्योगिकी है, जो इस स्वदेशी तकनीक को वैश्विक मानक के अनुरूप प्रतिस्पर्धी बनाती है.
साथ ही, डॉ. जितेंद्र सिंह ने सीएसआईआर-एनसीएल में बिस्फेनॉल-ए पायलट प्लांट का भी उद्घाटन किया, जो एपॉक्सी रेसिन, पॉली कार्बोनेट और अन्य इंजीनियरिंग प्लास्टिक उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण फीडस्टॉक है.
केंद्रीय मंत्री @DrJitendraSingh ने कल पुणे में केपीआईटी-सीएसआईआर द्वारा विकसित भारत की पहली स्वदेशी हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस का शुभारंभ किया; कहा- यह प्रधानमंत्री मोदी के नेशनल हरित हाइड्रोजन मिशन के अनुरूप है
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) August 22, 2022
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हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस की विशेषताएं:
- इसमें लगेईंधन सेल, बस को शक्ति प्रदान करने में उपयोग होने वाली बिजली उत्पन्न करने के लिए हाइड्रोजन और वायु का उपयोग करता है.
- लंबी दूरी के मार्गों पर चलने वाली डीजल बस की तुलना में इस बस में शून्य उत्सर्जन होता है जो आमतौर पर सालाना 100 टन CO2 का उत्सर्जन करतीहै।
- डीजल चालित वाहनों की तुलना में ईंधन सेल वाहनों की उच्च दक्षता प्रति किलोमीटर कम परिचालन लागत सुनिश्चित करती है.
क्या है हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी?
- हाइड्रोजनफ्यूल सेल टेक्नोलॉजी में फ्यूल सेल, हाइड्रोजन तथा एक ऑक्सिकारक के प्रयोग से विद्युत-रासायनिक प्रक्रिया (Electrochemical) द्वारा विद्युत का निर्माण करता है।
- फ्यूल सेल हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन को समिश्रित कर विद्युत धारा का निर्माण करता है तथा इस प्रक्रिया में जल उप-उत्पाद (Byproduct) होता है।
- यहतकनीक 65-75 डिग्री सेल्सियस तापमान पर भी काम करती है जो गाड़ी चलाते समय उत्पन्न ऊष्मा का सामना कर सकती है.
- हाइड्रोजन फ्यूल सेल भी रासायनिक उर्जा को विद्युत उर्जा में परिवर्तित करता है।
राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन
- केंद्रीय बजट 2021-22 के तहत एक राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन (National Hydrogen Energy Mission-NHM) की घोषणा की गई थी. इसकी मदद सेहाइड्रोजन को वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के रूप में प्रयोग करने के लिये एक रोडमैप तैयार किया जायेगा. जो ऊर्जा क्षेत्र में प्रमुख बदलाव ला सकेगा.
- इस पहल के तहत स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन विकल्प के लिये पृथ्वी पर सबसे प्रचुर तत्त्वों में से एक (हाइड्रोजन) का उपयोग किया जायेगा
- यह मिशनहरित ऊर्जा संसाधनों से हाइड्रोजन उत्पादन पर ज़ोर देता है जो भारत की बढ़ती अक्षय ऊर्जा क्षमता को हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था के साथ जोड़गा।
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