विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने 13 जुलाई 2021 को घोषणा की कि भारत 2026 में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा. वहीं चीन को बीडब्ल्यूएफ सुदीरमन कप फाइनल 2023 की मेजबानी मिली है. इसका आयोजन सूझोऊ शहर में होगा.
चीन 2021 में चैंपियनशिप की मेजबानी करने वाला था, लेकिन बीडब्लूएफ इस साल चीन को सूझोऊ में किसी भी टूर्नामेंट का आयोजन नहीं करा पाया. इसका आयोजन फिनलैंड के वंता में हुआ. सूझोऊ अब साल 2023 में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड मिक्सड टीम चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा.
बीडब्ल्यूएफ ने क्या कहा?
बीडब्ल्यूएफ ने एक बयान में कहा कि शुजोऊ में अब 2023 में बीडब्ल्यूएफ विश्व मिश्रित टीम चैंपियनशिप का आयोजन होगा जिसकी मेजबानी पहले भारत को सौंपी गयी थी. भारत ने 2026 में बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी स्वीकार कर ली है.
भारत के लिये दूसरा अवसर
यह दूसरा अवसर होगा जब भारत विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा. इससे पहले साल 2009 में हैदराबाद में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था. भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा ने कहा कि विश्व चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिता का आयोजन करना भारतीय बैडमिंटन संघ के साथ देश के लिये भी बड़ी उपलब्धि है.
बीडब्ल्यूएफ के बारे में
बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप बैडमिंटन का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है. यह एक व्यक्तिगत चैंपियनशिप है, जहां खिलाड़ी विश्व चैंपियन के खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. इसमें पांच इवेंट का आयोजन होता है. ये इवेंट मैंस सिंगल, विमेंस सिंगल, मैंस और विमंस डबल्स और मिक्सड डबल्स हैं.
यह टूर्नामेंट पहली बार साल 1977 में आयोजित किया गया था और मूल रूप से हर दो साल में आयोजित होता था. साल 2003 के बाद से बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप का आयोजन हर साल होता है. जिस साल ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन होता है, उस साल इसका आयोजन नहीं होता है.
वहीं सुदीरमन कप वर्ल्ड टीम चैंपियनशिप है, जो हर दो साल में आयोजित की जाती है और खेल में सबसे प्रतिष्ठित खिताबों में से एक है. इस कप का नाम इंडोनेशिया के पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडोनेशिया (PBSI) के संस्थापक डिक सुदिरमन के नाम पर रखा गया है.
महिला एकल की विश्व चैंपियन
पीवी सिंधु वर्तमान में महिला एकल की विश्व चैंपियन है. पीवी सिंधु ने इस प्रतियोगिता में दो रजत और दो कांस्य पदक भी जीते हैं. बी साई प्रणीत ने दो साल पहले स्विट्जरलैंड के बासेल में पुरुष एकल में विश्व चैंपियनशिप का पदक जीतकर 36 साल के लंबे इंतजार को खत्म किया था.
साइना नेहवाल ने साल 2015 और साल 2017 में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता था जबकि अश्विनी पोनप्पा और ज्वाला गुट्टा ने साल 2011 में लंदन में महिला युगल में कांस्य पदक हासिल किया था.
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