रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 16 जुलाई, 2020 को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह घोषणा की है कि, भारतीय रेलवे अगले 3.5 वर्षों में 100 प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल करने का प्रयास करेगा.
रेल मंत्री ने यह बताया कि, प्रत्येक भारतीय नागरिक पूरे गर्व सहित वर्ष 2030 तक दुनिया के सबसे बड़े स्वच्छ रेलवे का मालिक होगा. उन्होंने एक कार्यक्रम में यह घोषणा की, जिसका विषय था - "आत्मनिर्भर भारत की ओर: नवीकरणीय ऊर्जा निर्माण."
रेल मंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि, केंद्र सरकार नवीकरणीय ऊर्जा के लिए ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दे रही है और इस उद्योग को आत्म निर्भर बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
मुख्य विशेषताएं
भारतीय रेलवे अगले 3.5 वर्षों में 100 प्रतिशत विद्युतीकरण और अगले 9-10 वर्षों में 100 प्रतिशत नेट शून्य ऑपरेटर बनने का लक्ष्य हिल करने का प्रयास करेगा.
रेल मंत्री ने यह कहा है कि, भारत ने उक्त क्षेत्र की व्यापक उपलब्धता के लिए ट्रांसमिशन सेक्टर में काफी निवेश किया है.
एक सूर्य, एक दुनिया, एक ग्रिड
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक सूर्य, एक दुनिया, एक ग्रिड की अवधारणा के बारे में बात की, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचारित किया है. रेल मंत्री ने आगे कहा कि, एक अंतरराष्ट्रीय सौर ग्रिड का संचालन करने का लक्ष्य ऐसा है, जिस पर हम सभी काम कर रहे हैं.
नवीकरणीय ऊर्जा
रेल मंत्री ने कहा कि, भारत अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय समुदाय का नेतृत्व कर रहा है. फिर, आगे यह भी कहा कि, नवीकरणीय ऊर्जा प्रगति का रास्ता प्रशस्त करती है और अनेक पर्यावरणीय लाभ मिलने के साथ यह आर्थिक रूप से भी राष्ट्र के लिए लाभकारी है.
पीयूष गोयल ने आगे कहा कि, ‘प्रधानमंत्री-कुसुम योजना’ के तहत, सरकार की यह योजना है कि भारत के किसानों को भी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में शामिल किया जाए.
पृष्ठभूमि
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले यह कहा था कि, जब नवीकरणीय ऊर्जा के लिए विभिन्न कदम उठाने के बारे में चर्चा होती है तो इस दिशा में भारत दुनिया के लिए एक मॉडल बन गया है. उन्होंने बताया कि, प्रत्येक इच्छुक नागरिक को आज सस्ती कीमतों पर बिजली उपलब्ध है.
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