ईरान ने आखिरकार घोषणा कर दी है कि उसके द्वारा 'गलती से' और 'अनजाने में' एक यूक्रेनी बोइंग 737-800 विमान को निशाया बनाया गया. ईरान द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यह विमान एक संवेदनशील क्षेत्र और सैन्य अड्डे की ओर तेज़ी से मुड़ा था जिसके कारण हुई 'मानव-त्रुटि' के चलते यह हादसा हुआ.
यह बयान 10 जनवरी, 2020 को ईरानी विदेश मंत्री द्वारा जारी किया गया. गौरतलब है कि इस दुर्घटना में विमान में सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले, अमेरिकी प्रशासन ने दावा किया था कि ईरानी मिसाइल ने गलती से यूक्रेनी विमान को निशाना बनाया था.
इससे पहले, अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया था कि अमेरिकी उपग्रहों ने दो मिसाइलों को विमान की ओर जाते हुए डिटेक्ट किये था जो विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से चंद सेकेंड पहले लॉन्च की गई थीं. यूक्रेन ने दुर्घटना के लिए चार संभावित परिदृश्य तैयार किए थे, जिसमें मिसाइल हमला भी शामिल था.
विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन यात्री सवार थे.
ईरान के विदेश मंत्री, जावेद ज़रीफ़ ने ट्वीट किया, "एक दुखद दिन. सशस्त्र बलों द्वारा आंतरिक जांच का निष्कर्ष: अमेरिकी दुस्साहस के कारण संकट के समय मानवीय त्रुटि आपदा का कारण बनी. हमें इस पर गहरा अफ़सोस है. मारे गये लोगों, सभी पीड़ितों के परिवारों, और अन्य प्रभावित देशों के लोगों से क्षमा और संवेदना.”
विमानों को निशाना बनाये जाने की पिछली घटनाएं
• 03 जुलाई, 1988 को, अमेरिकी नौसेना के जहाज द्वारा ईरान की एयर फ्लाइट 655 पर मिसाइल हमला किया गया. यह घटना उस समय हुई जब विमान अरब की खाड़ी के ऊपर से गुजर रहा था.
• 17 जुलाई 2014 को, मलेशियाई एयरलाइंस ने एम्स्टर्डम से कुआलालंपुर के लिए उड़ान भरी. इसे एक सोवियत निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल द्वारा निशाना बनाया गया. विमान में 283 यात्री और चालक दल के 15 सदस्य थे. विमान में 80 भी बच्चे थे. वे सभी 'दुर्घटना' में मारे गए.
• एक सर्बियाई विमान 4 अक्टूबर, 2001 को इजरायल के तेल अवीव से रूस के लिए रवाना हुआ, लेकिन इसे एक क्रीमियन मिसाइल ने मार गिराया. हमले में सभी 66 जहाज पर सवार यात्री और 12 चालक दल के सदस्य मारे गए.
• कोरियाई एयरलाइंस की विमान संख्या 007 को 01 सितंबर, 1983 को एक सोवियत इंटरसेप्टर मिसाइल द्वारा निशाना बनाया गया. इस हमले में कुल 269 लोगों की मौत हुई थी.
• कोरियाई एयरलाइंस के विमान संख्या 007 को 01 सितंबर, 1983 को एक सोवियत इंटरसेप्टर मिसाइल द्वारा नीचे गिराया गया था। इस हमले में कुल 269 लोगों की मौत हुई थी.
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