Ganga Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर में 36,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 594 किलोमीटर लंबे गंगा गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास कर दिया है. विकास एवं आर्थिक असंतुलन को दूर करने, रोजगार के अवसर पैदा करने और प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने की दृष्टि से इस एक्सप्रेस-वे को ऐतिहासिक बताया जा रहा है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान में कहा कि देश भर में तेज गति से संपर्क प्रदान करने को लेकर प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि ही इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रेरणा रही है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने 16 नवंबर को सुल्तानपुर जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस का उद्घाटन किया था. गंगा एक्सप्रेसवे को भी उनकी गतिशक्ति योजना का हिस्सा माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करने के बाद कहा कि ये एक्सप्रेस वे यूपी में प्रगति के नए द्वार खोलेगा. पीएम ने कहा कि मां गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं. मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं. ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा.
PM Narendra Modi lays the foundation stone of Ganga Expressway in Shahjahanpur. pic.twitter.com/z6H1e3TfUt
— ANI UP (@ANINewsUP) December 18, 2021
गंगा एक्सप्रेस-वे क्या है?
गंगा एक्सप्रेस वे (Ganga Expressway) को उत्तरप्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बताया जा रहा है. आपको बता दें कि इसकी लंबाई 594 किलोमीटर होगी. गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ से प्रयागराज तक यूपी के 12 जिलों से होकर गुजरेगा. ये एक्सप्रेस-वे यूपी के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र को आपस में जोड़ेगा. यह एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग (NH-334) पर मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागराज बाइपास (NH-19) पर जुडापुर दांदू ग्राम के पास समाप्त होगा.
इन 12 जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेस वे
गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण में 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी. एक्सप्रेस वे पर वायु सेना के विमानों के आपातकालीन टेक-ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए 3.5 किमी की हवाई पट्टी भी होगी. यह एक्सप्रेसवे 12 जनपद मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा.
यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा
यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा. इसे बाद में बढ़कर 8 लेन तक किया जा सकेगा. इस एक्सप्रेसवे के लिए अब तक लगभग 94 फीसदी जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है. इस एक्सप्रेसवे पर 07 ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 126 छोट पुल, 28 फ्लाईओवर और 946 पुलियों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है.
रोजगार के अवसर भी सृजित
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे. अनुमान के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे परियोजना के निर्माण के दौरान लगभग 12 हजार व्यक्तियों को अस्थायी रूप से नियोजित किया जाएगा जबकि टोल प्लाजा के निर्माण से लगभग 100 व्यक्तियों को स्थायी नौकरी मिलेगी.
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