राफेल लड़ाकू विमान औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल हो गया है. राफेल अंबाला एयरबेस पर 17 स्कवॉड्रन 'गोल्डन ऐरोज़' में शामिल किया गया है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षामंत्री फ्लोंरेस पार्ले की मौजूदगी में राफेल वायुसेना में शामिल हुआ. इसके साथ ही एयरफोर्स की ताकत और बढ़ गई है.
भारत-चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत के लिए इस उपलब्धि को काफी अहम माना जा रहा है. राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बाद दुश्मनों के खिलाफ बड़ी बढ़त के तौर पर देखा जा रहा है. पांच राफेल लड़ाकू विमानों को 10 सितम्बर 2020 को अंबाला हवाई ठिकाने पर हुए शानदार समारोह में भारतीय वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया.
राफेल को वाटर कैनन से सलामी दी गई
अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमान को वाटर कैनन से सलामी दी गई. फ्लाईपास्ट के शुरू होने के साथ ही 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान राफेल आसमान में करतब भी दिखाया. बता दें कि भारतीय वायुसेना में पांच राफेल लड़ाकू विमान शामिल हुए हैं. रंग-बिरंगे हेलीकॉप्टर सारंग ने भी राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने का जश्न मनाया और अपना करतब दिखाया.
राफेल के लिए सर्व धर्म पूजा हुई
पांच धर्मों के धर्मगुरुओं ने राफेल को वायुसेना में पूरे पूजा पाठ के साथ शामिल कराया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की रक्षा मंत्री, सीडीएस बिपिन रावत, एयरफोर्स चीफ भदौरिया इस मौके पर मौजूद रहे. फ्रांस की रक्षामंत्री को भारत आगमन पर पालम हवाईअड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
#WATCH Defence Minister Rajnath Singh and Minister of the Armed Forces of France Florence Parly, witness the traditional 'Sarva Dharma Puja' at the Rafale induction ceremony, at Ambala airbase pic.twitter.com/0z74ECflJd
— ANI (@ANI) September 10, 2020
भारत 29 जुलाई को आए थे राफेल विमान
फ्रांस से 29 जुलाई को 5 राफेल विमान अंबाल के एयरफोर्स बेस में पहुंचे थे. इनमें तीन सिंगल सीटर और दो ट्विन सीटर जेट हैं. अंबाला एयरबेस में जगुआर और मिग-21 फाइटर जेट भी हैं. इससे लगभग चार साल पहले भारत ने फ्रांस के साथ 59,000 करोड़ रुपये की लागत से ऐसे 36 विमानों की खरीद के लिए अंतर सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
धोनी ने किया ट्वीट
राफेल को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया है. ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी ने ट्वीट कर भारतीय वायुसेना को शुभकामनाएं दी है. धोनी ने राफेल का भारतीय वायुसेना में शामिल होना ऐतिहासिक करार दिया है. अपने ट्वीट में धोनी ने लिखा, यह ऐतिहासिक पल है, जब भारतीय वायुसेना में राफेल जैसे फाइटर विमान को शामिल किया गया है.
With the Final Induction Ceremony the world’s best combat proven 4.5Gen fighter plane gets the world’s best fighter pilots. In the hands of our pilots and the mix of different aircrafts with the IAF the potent bird’s lethality will only increase.
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) September 10, 2020
राफेल की खासियत: एक नजर में
राफेल लड़ाकू विमान बेहद अत्याधुनिक और शक्तिशाली है. इसमें उन्नत हथियार, उच्च तकनीक सेंसर, लक्ष्य का पता लगाने और ट्रैकिंग के लिए बेहतर रडार और प्रभावशाली पेलोड ले जाने की क्षमता है. राफेल हवा से हवा में मार करने वाली मीटिअर मिसाइलों से लैस है, जो 150 किलोमीटर दूर लक्ष्य को निशाना बनाने में सक्षम है. राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा है.
राफेल में बहुत ऊंचाई वाले एयरबेस से भी उड़ान भरने की क्षमता है. राफेल विमान दो इंजनों वाला बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है. यह लड़ाकू विमान परमाणु आयुध का इस्तेमाल करने में सक्षम है. यह हवा से हवा में और हवा से जमीन पर हमले कर सकता है. राफेल अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने वाला लड़ाकू विमान है.
राफेल एक मिनट में करीब 60 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. इससे भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी. अभी तक भारतीय वायुसेना का मिग विमान अचूक निशाने के लिए जाना जाता था, लेकिन राफेल का निशाना इससे भी ज्यादा सटीक होगा.
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