टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 06 अक्टूबर 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से वायु प्रदूषण और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने कोविड की दवाओं के उत्पादन हेतु WTO से नियमों में छूट की मांग की
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने इन दवाओं के मामले में बौद्धिक संपदा नियमों से छूट देने को कहा है. भारत और दक्षिण अफ्रीका ने 02 अक्टूबर 2020 को डब्ल्यूटीओ को इस संबंध में पत्र लिखा. डब्ल्यूटीओ की वेबसाइट पर उपलब्ध इस पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 से निपटने हेतु नई जांच, दवाएं और वैक्सीन बनाई जा रही हैं.
दुनिया में कोरोना की दवाइयों को लेकर तमाम प्रयोग चल रहे हैं, जो देश दवाई पहले बना लेगा जाहिर है डब्ल्यूटीओ में वही पहले पेटेंट करा लेगा. पेटेंट के नियम के अनुसार, पेटेंट कराने वाला देश ही उस दवा से जुड़े उत्पादन, इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट का पूरा अधिकार रखेगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एंटी-एयर पॉल्यूशन कैंपेन का शुभारंभ किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस कोविड -19 महामारी के दौरान यह वायु प्रदूषण जीवन के लिए खतरा हो सकता है क्योंकि ये दोनों ही हमारे फेफड़ों को प्रभावित करते हैं. इस अभियान के तहत, राज्य ने दिल्ली शहर के सभी 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट्स के लिए अलग-अलग योजनायें तैयार की हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि "ग्रीन दिल्ली" नामक एक मोबाइल ऐप का भी विकास किया जा रहा है, जो लोगों के द्वारा प्रदूषण पैदा करने वाली गतिविधियों को दिल्ली सरकार के ध्यान में लाने में मदद करेगा. ये गतिविधियां कचरा जलाने, औद्योगिक प्रदूषण आदि से संबंधित हो सकती हैं.
केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, ट्रैक्टरों के लिए नए प्रदूषण मानक की समय सीमा बढ़ाई
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मंत्रालय ने सीएमवीआर 1989 में संशोधन को अधिसूचित किया है जिसमें ट्रैक्टरों (टीआरईएम स्टेज- IV) के लिए उत्सर्जन मानदंडों के अगले चरण को लागू करने की तिथि को इस वर्ष अक्टूबर से हटा कर अगले वर्ष अक्टूबर कर दिया गया है.
संशोधन में कृषि मशीनरी (कृषि ट्रैक्टर, पावर टिलर और संयुक्त हार्वेस्टर) और निर्माण उपकरण वाहनों के लिए अलग-अलग उत्सर्जन मानदंड शामिल हैं. आपको बता दें कि देश में चलने वाली गाड़ी या मशीनरी का एक उत्सर्जन मानक होता है. इसका मुख्य उद्देश्य वाहनों द्वारा उत्सर्जित किये जाने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करना होता है.
मेडिसिन नोबेल पुरस्कार 2020: जानें किसे मिला यह पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार समिति ने ट्वीट कर बताया कि विश्व के लोगों में रक्त-जनित हेपेटाइटिस, सिरोसिस और यकृत कैंसर का कारण बनता है. इसके खिलाफ लड़ाई में इन तीनों लोगों ने निर्णायक योगदान दिया. नोबेल पुरस्कार देने वाली कमेटी ने कहा कि इन वैज्ञानिकों की खोज ने लाखों लोगों की जान बचाई है.
यह पुरस्कार फिजियोलॉजी या चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ठ खोज करने वाले वैज्ञानिकों को सालाना तौर पर दिया जाता है. यह पुरस्कार डायनामाइट का आविष्कार करने वाले स्वीडन के महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में शुरू किया गया था. पुरस्कार के विजेता को प्रशस्ति पत्र के साथ 10 लाख डॉलर की राशि प्रदान की जाती है.
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