रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप (Wagner group) के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन (Yevgeny Prigozhin) की रूस में एक विमान दुर्घटना में मौत हो गयी है. रूसी विमानन अधिकारियों ने पुष्टि की है कि विमान, एम्ब्रेयर लिगेसी, मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के बीच उड़ान भर रहा था जो मॉस्को के उत्तर में टावर क्षेत्र में क्रैश हो गया.
वहीं वैगनर से जुड़े टेलीग्राम चैनल ग्रे ज़ोन ने बताया है कि प्लेन को रुसी सेना ने मार गिराया है. हालांकि उन्होंने इसके कोई सबूत नहीं दिए. इस क्रैश में येवगेनी प्रिगोजिन सहित 10 अन्य लोगों की भी मौत हो गयी है. येवगेनी प्रिगोजिन को रुसी राष्ट्रपति पुतिन का विरोधी माना जाता था. उन्हें बेलारूस में रहने का आदेश दे दिया गया था.
रुसी सेना के खिलाफ की थी बगावत:
प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप हाल ही में रुसी सेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, साथ ही इस ग्रुप ने यूक्रेन में युद्ध लड़ने से भी माना कर दिया था. हाल ही में रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ हुई बगावत के बाद प्रिगोजिन को देश से बाहर कर दिया गया था.
प्लेन क्रैश के जांच के आदेश:
रूस के आपराधिक संहिता के अनुच्छेद 263 के तहत प्लेन क्रैश के जांच के आदेश दे दिए गए है. रूस की यह जांच समिति यातायात सुरक्षा और हवाई परिवहन के संचालन को नियंत्रित करती है. टावर क्षेत्र के गवर्नर इगोर रुडेन्या ने कथित तौर पर जांच का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है.
कौन थे येवगेनी प्रिगोजिन?
येवगेनी प्रिगोजिन प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के प्रमुख थे. यह ग्रुप शुरू में यूक्रेन में रूस की सेना की मदद कर रहे थे, हालांकि बाद में उन्होंने पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी. प्रिगोजिन इससे पहले एक रेस्तरां चलाते थे. ऐसा माना जाता है कि यही उनकी पुतिन से मुलाकात हुई थी.
प्रिगोजिन का जन्म 1 जून 1961 को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग म हुआ था. उन्होंने डकैती और धोखाधड़ी सहित अपराधों के लिए सोवियत जेलों में नौ साल बिताए थे. 1990 में सोवियत संघ के बिखराव के बाद वह जेल से रिहा हुए थे.
यूक्रेन युद्ध से निपटने को लेकर देश के सैन्य अधिकारियों की आलोचना करने के बाद, प्रिगोजिन ने दो महीने पहले से 23 जून तक पुतिन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह की घोषणा की थी. प्रिगोजिन पर युद्ध अपराध और मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े कई आरोप लगते रहते थे, इससे पहले कई युद्धों में वैगनर ग्रुप सक्रिय रहा है.
वर्ष 2014 में वैगनर ग्रुप की हुई थी स्थापना:
कथित तौर पर प्रिगोजिन ने साल 2014 में पुतिन के निर्देशों के बाद वैगनर ग्रुप की स्थापना की थी. रूस ने वर्ष 2014 में क्रीमिया पर रूस के आक्रमण के दौरान वैगनर ग्रुप की तैनाती की थी. कथित तौर पर वैगनर ग्रुप पहले सीरिया, लीबिया, माली और मध्य अफ्रीकी गणराज्य में भी सख्त कार्रवाई की थी.
वैगनर ग्रुप ने क्यों किया था विद्रोह:
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वैगनर ग्रुप ने आरोप लगाया था कि वैगनर के प्रशिक्षण कैंप पर क्रेमलिन के आदेश पर मिसाइलों से हमला किया गया था और उसमें उसके कई सैनिकों की मौत हो गयी थी. साथ ही ग्रुप ने रूसी रक्षा मंत्रालय पर हथियार और संसाधन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था.
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