संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 16 जून 2014 को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के उच्चायुक्त (High Commissioner for Human Rights) पद हेतु जॉर्डन के ‘जायद अल हुसैन’ के नाम को अनुमति प्रदान की. जायद वर्तमान में, ‘संयुक्त राष्ट्र’ में जॉर्डन के राजदूत हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा में हुए चुनाव में उन्हें सर्वसम्मति से चुना गया. वे 1 सितंबर 2014 को अपना पदभार ग्रहण करेंगे. जायद ‘संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार’ के वर्तमान उच्चायुक्त ‘नवी पिल्लई’ (दक्षिण अफ्रीका) का जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 अगस्त 2014 को समाप्त होना है.
विदित हो कि ‘संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त’ के रूप में जायद अल हुसैन की नियुक्ति, किसी अरब देश एवं किसी मुस्लिम समुदाय से इस पद हेतु पहली नियुक्ति है. ‘संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त’ का कार्यकाल चार वर्ष का होता है.
जायद अल हुसैन से संबंधित मुख्य तथ्य
ब्रिटेन के ‘ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय’ से ‘पीएचडी’ की उपाधि प्राप्त जायद अल हुसैन, जार्डन के सम्राट अब्दुल्ला द्वितीये के चचेरे भाई हैं. उन्हें जार्डन में ‘राजकुमार’ का दर्जा प्राप्त है. जायद ने जार्डन के राजदूत के रूप में अमेरिका एवं मैक्सिको में कार्य किया है. वे वर्ष 2002 से वर्ष 2005 तक ‘अंतराष्ट्रीय अपराध न्यायालय’ (ICC, नीदरलैंड) के ‘सदस्य समूह’ के अध्यक्ष पद पर रहे.
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