नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation, DGCA) ने विमानों के रियल टाइम ट्रेकिंग के लिए ‘एयर सेफ्टी सरकुलर’ (दिशा निर्देश) 7 मई 2014 को जारी किया. इसका उद्देश्य किसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने या लापता हो जाने के बाद उसकी खोज या बचाव अभियान के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात पाना है. यह दिशा निर्देश यात्री और वाणिज्यिक परिवहन दोनों तरह के विमानों पर लागू है. इस सरकुलर से यात्री या परिवहन विमानों की रियल टाइम ट्रेकिंग हो सकेगी.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सभी विमानन कंपनियों को ऑनबोर्ड एयरक्राफ्ट कम्यूनिकेशन एड्रेसिंग एंड रिपोर्टिंग सिस्टम (एसीएआरएस) /आटोमेटिक डिपेंडेंट सर्विलांस- ब्रॉडकास्ट (एडीएस-बी) प्रणाली का उपयोग करने का निर्देश दिया है. साथ ही ऑपरेटरों को विमान में ऐसे विशेष उपकरण लगाने का भी निर्देश दिया है जिससे एसीएआरएसस/एडीबी-एस कवरेज विहीन क्षेत्र में भी ट्रेकिंग हो जाए.
विदित हो कि 8 मार्च 2014 को मलेशियाई विमान (उड़ान संख्या एमएच-370) के गायब होने के बाद वहां के परिवहन मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि उस विमान में रियल टाइम ट्रेकिंग की व्यवस्था नहीं थी, इसलिए इसका पता नहीं चल पाया.
मलेशियाई विमान के हाल में ही लापता होने के बाद डीजीसीए ने आवश्यक कदम उठाया है.
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