अति सूक्ष्म प्रौद्योगिकी, चिपचिपा नैनोकणों का उपयोग करके कैंसर को फैलने से रोक सकता है. कार्नेल विश्वविद्यालय (अमेरिका) के शोधकर्ताओं ने इन चिपचिपे नैनोकणों को तैयार किया है. इन नैनो कणों को ट्रायल प्रोटीन और अन्य प्रोटीन द्वारा मिलकर बनाया गया है.
पहले परीक्षण के परिणामों के अनुसार, परीक्षण प्रोटीन में कैंसर कोशिकाओं को मारने की क्षमता है. ये चिपचिपे नैनोकण रक्त प्रवाह में भरे हुए हैं जो सफेद रक्त कोशिकाओं के साथ स्वयं संलग्न हैं. टेस्ट से पता चला कि जैसे ही चिपचिपे नैनोकण रद्द ट्यूमर कोशिकाओं के संपर्क में आये जिससे मुख्य ट्यूमर टूट गया और प्रसार करने के लिए कोशिश कर रहे कणों को इसने खत्म कर दिया. इसी प्रकार यह अन्य क्षेत्रों में ट्यूमर को फैलने से रोकता है. परीक्षण के परिणाम मानव रक्त और चूहों में महत्वपूर्ण हैं. प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर माइकल किंग ने चिपचिपे नैनोकणों को सर्जरी या रेडियोथेरेपी से पहले इस्तेमाल करने का सुझाव दिया. इस कदम से मुख्य ट्यूमर से ट्यूमर कोशिकाओं को हटाने में मदद मिलेगी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation