आकाशीय सूचना और प्रजाति वितरण पैटर्न प्रस्तुत करने वाली एक ऑनलाइन मीठाजल जैवविविधता एटलस लैंडमार्क वाटर लाइव्स सिंपोजियम (landmark Water Lives symposium) में 29 जनवरी 2014 को लांच की गई. सिंपोजियम (सम्मेलन) यूरोपीय संघ (ईयू) के नीति-निर्माताओं और मीठाजल-वैज्ञानिकों को एक मंच पर लेकर आया.
विविध प्राकृतिक आवासों के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण मीठाजल पृथ्वी की सतह के कुल 1 प्रतिशत को कवर करता है. मेरुदंडी वह प्राणी होता है, जिसकी एक रीढ़ की हड्डी और एक अस्थिपंजर होता है और इसमें मनुष्य भी शामिल हैं. कुछ अन्य मेरुदंडी प्रजातियाँ हैं मछली, उभयचर, सरीसृप, पक्षी, स्तनपायी, नरवानर, कृंतक और धनी-प्राणी (मार्स्युपियल्स).
अध्ययन के अनुसार पृथ्वी पर मीठाजल-जीवन खतरनाक दर से घट रहा है और वह वैश्विक विविधता के किसी भी अन्य घटक से तीव्रतर है. इस समय नीति की माँग है कि मीठे जल को ऊर्जा, खाद्य और स्वच्छता क्षेत्रों से बचाया जाए. वर्तमान परिदृश्य मीठाजल-जीवन को उसके द्वारा प्रदान की जाने वाली पारिस्थितिकीय सेवाओं से एकीकृत करने वाली नीति बनाने का है. उस नीति में ऊर्जा, खाद्य और स्वच्छता क्षेत्रों से मीठाजल-संसाधनों पर पड़ने वाली मांगों से निपटने के उपाय होने चाहिए. नई लांच की गई एटलस मीठाजल-वैज्ञानिकों का विभिन्न पैमानों पर मुख्य भौगोलिक जानकारी और आकाशीय मीठाजल-विविधता के संबंध में एक प्रत्युत्तर है.
इस ऑनलाइन एटलस में पुस्तक जैसी संरचना अपनाई गई है, जो अपने निम्नलिखित चार थीम परक (विषय परक) अध्यायों में सुगम ब्राउजिंग उपलब्ध कराती है :
• मीठाजल-विविधता के पैटर्न
• मीठाजल-संसाधन और पारिस्थितिकी जीवन-तंत्र
• मीठाजल-प्रणालियों पर दबाव
• संरक्षण और प्रबंधन
यह एटलस बायो फ्रेश (यूरोपीय संघ द्वारा निधिकृत परियोजना) का उत्पादन है, जो नदियों और झीलों में पाए जाने वाले जीवन से संबंधित जानकारी के प्रकीर्ण खंडों को इकठ्ठा कर रही है. यह आने वाली पीढ़ियों के लिए मीठे जल के प्रबंधन और उसकी सुरक्षा में मदद करेगा.
मीठाजल-पारिस्थितिक जीवन-तंत्र की जैवविविधता : स्थिति, प्रवृत्तियाँ, दबाव और संरक्षण-प्राथमिकताएँ. इसकी फंडिंग यूरोपीय संघ द्वारा 7वें रूपरेखा-कार्यक्रम के अंतर्गत जलवायु-परिवर्तन सहित पर्यावरण के थीम के साथ की जाती है.
एटलस का संपादन 12 शोध-संस्थानों के मीठाजलविज्ञान और संरक्षण-विशेषज्ञों के एक अखिल-यूरोपीय समूह द्वारा किया गया है. इसे मीठाजल-जैवविविधता अनुसंधान और संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों का समर्थन प्राप्त है. कुछ भागीदारों के नाम हैं:
• जीईओ बायोडाइवर्सिटी ऑब्जरवेशन नेटवर्क (जीईओ बीओएन)
• अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन)
• वैश्विक जल प्रणाली परियोजना (जीडब्ल्यूएसपी)
• कंजर्वेशन इंटरनेशनल (सीआई)
• वैटलैंड इंटरनेशनल
• द नेचर कन्जर्वेंसी (टीएनसी)
• द वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ)
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