यूरोपियन यूनियन एवं बाल्कन नेताओं ने 25 अक्टूबर 2015 को बाल्कन प्रायद्वीप में प्रवासियों के बेहिसाब आव्रजन की समस्या से निपटने हेतु 17 सूत्रीय योजना पर कार्य प्रबंधन की सहमति व्यक्त की.
यह सहमति बेल्जियम स्थित ब्रुसेल्स में एक बैठक के दौरान व्यक्त की गयी जिसमें 11 यूरोपियन यूनियन देशों के प्रतिनिधियों एवं तीन गैर यूरोपियन यूनियन देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
इस दौरान आयोग के बर्लेमोंट मुख्यालय में मौजूद देश थे : अल्बानिया, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, क्रोएशिया, मैसेडोनिया, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, रोमानिया, सर्बिया एवं स्लोवेनिया.
इन मुद्दों पर सहमति व्यक्त की गयी :
• यूरोपियन यूनियन ने एक लाख प्रवासियों के लिए रिसेप्शन सेंटर बनाने के लिए सहमति व्यक्त की. इसे ग्रीस से जर्मनी के रास्ते में बनाया जायेगा.
• ग्रीस ने वर्ष 2015 के अंत तक 30,000 प्रवासियों के लिए रिसेप्शन सेंटर खोलने की प्रतिबद्धता जताई है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, यूएनएचसीआर द्वारा 20,000 अन्य लोगों को स्थान उपलब्ध कराया जायेगा.
• हंगरी द्वारा सर्बिया एवं क्रोएशिया बॉर्डर को सील करने के पश्चात् 50,000 लोगों के लिए बाल्कन प्रायद्वीप देशों में उन स्थानों पर शरणार्थी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी जहां से प्रवासी जर्मनी, स्कैंडेनेविया जाते हैं.
• देशों ने स्लोवेनिया को सहायता देने हेतु 400 अतिरिक्त पुलिस अधिकारी दिए जाने पर सहमति जताई.
• ग्रीक-मेसीडोनियन बॉर्डर पार कर के आने वाले प्रवासियों का पंजीकरण सुनिश्चित किया जायेगा. वर्ष 2015 में अब तक 7 लाख 10 हज़ार प्रवासी यूरोपियन यूनियन में प्रवेश कर चुके हैं. सितंबर मध्य में 2,50,000 प्रवासियों ने बाल्कन में प्रवेश किया.
इन प्रयासों से ग्रीस एवं बाल्कन क्षेत्र में उन प्रवासियों की समस्या का हल किया जा सकेगा जो युद्ध अथवा गरीबी से तंग आकर सीरिया से दूसरे देशों में प्रवेश करने को मजबूर हैं.
बाल्कन प्रायद्वीप
यह दक्षिण पूर्वी यूरोप क्षेत्रों को कहा जाता है. इसका नाम बाल्कन पर्वत श्रृंखला के कारण जाना जाता है जो सर्बिया के पूर्व से लेकर बुल्गारिया के काला सागर तक फैला है.
बाल्कन में अल्बानिया, बोस्निया, हर्जेगोविना, बुल्गारिया, क्रोएशिया, ग्रीस, कोसोवो, मैसिडोनिया, मोंटेनेग्रो, सर्बिया, स्लोवेनिया, रोमानिया गणराज्य और तुर्की के यूरोपीय हिस्से शामिल हैं.
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