विश्व में सर्वाधिक कम वजन के बच्चे और कुपोषित आबादी का 40 प्रतिशत भारत में

Jul 4, 2013, 10:40 IST

विश्व में सर्वाधिक कम वजन के बच्चे और कुपोषित आबादी का 40 प्रतिशत भारत में है. इसका कारण भारत सरकार की नीतियों के उचित क्रियान्वयन का अभाव है.

विश्व में सर्वाधिक कम वजन के बच्चे और कुपोषित आबादी का 40 प्रतिशत भारत में है. इसका कारण भारत सरकार की नीतियों के उचित क्रियान्वयन का अभाव है. यह रिपोर्ट कनाडा स्थित गैर सरकारी संगठन माइक्रोन्यूट्रिएंट इनीशिएटिव के अध्यक्ष और वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञ एमजी वेंकटेश मन्नार  द्वारा जून में 30 जारी 3013 की गई. एमजी वेंकटेश मन्नार के अनुसार उभरती अर्थव्यवस्था होने के बावजूद स्वास्थ्य और पोषण के मामले में भारत की दशा ब्राजील, नेपाल , बांग्लादेश और चीन जैसी है.

भारत के बच्चों में बाधित विकास, कम वजन और रक्त की कमी दुनिया में सर्वाधिक है. इसमें सर्वाधिक त्रासदीपूर्ण यह है कि भारत के पास समस्याओं को सुलझाने के लिए जरूरी सभी कार्यक्रम और नीतियां हैं, लेकिन उनका उचित क्रियान्वयन नहीं है. भारत में यह काम कई मंत्रालयों जैसे स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा तथा ग्रामीण विकास आदि में बंटा हुआ है. इस प्रकार इस समस्या को उठाने वाला कोई एक नहीं है और न ही उचित जवाबदेही है.

भारत में वर्ष 2005 से राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण नहीं किए जाने पर उन्होंनें आश्चर्य व्यक्त किया. साथ ही यह भी कहा कि हम आज भी   पुराने आंकड़े देखते हैं और हमें यह पता नहीं है कि हमने विकास किया है या नहीं.

एमजी वेंकटेश मन्नार  ने अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए महाराष्ट्र जैसे राज्यों की सराहना की है. उन्होंने कहा यदि महाराष्ट्र ऐसा कर सकता है, तो अन्य राज्य क्यों नहींकर सकते.

एमजी वेंकटेश मन्नार  के अनुसार भारत को किसी मदद के लिए बाहर देखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उसके पास समस्या को सुलझाने के लिए सभी जरूरी नीतियां और संसाधन हैं. उन्होंने कहा, भारत को कार्रवाई करनी होगी अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे.

विदित हो कि यूनीसेफ द्वारा तैयार की गई वर्ष 2013 की विश्व बाल रिपोर्ट के अनुसार पांच से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में भारत 49वें स्थान पर है, जबकि चीन, ब्राजील, नेपाल और बांग्लादेश क्रमश: 115वें, 107वें, 57वें और 60वें स्थान पर हैं. आंकड़ों के अनुसार भारत में एक हजार जन्म पर नवजात शिशुओं की मृत्यु दर वर्ष 2011 में 32 थी, जबकि ब्राजील में यह प्रति हजार पर दस और बांग्लादेश में प्रति हजार पर 28 थी.

एमजी वेंकटेश मन्नार  
• एमजी वेंकटेश मन्नार भारतीय मूल के स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं.
• इनका जन्म चेन्नई में हुआ था.
• एमजी वेंकटेश मन्नार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के स्नातक एवं यूएस की नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी (Northwestern University) से केमिकल इंजीनियरिंग में परास्नातक हैं.
• इन्हें कनाडा सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ कनाडा से सम्मानित किया गया.  एमजी वेंकटेश मन्नार को कुपोषण एवं पोषक आहार की कमी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नेतृत्व प्रदान करने के लिए यह सम्मान दिया गया.
• एमजी वेंकटेश मन्नार माइक्रोन्युट्रीएंट इनिशिएटिव कनाडा (President, Micronutrient Initiative, Canada) के अध्यक्ष हैं.
• मातृत्व और बाल कुपोषण पर लांसेट की 2013 की पांच श्रृंखलाओं में से एक श्रृंखला द पॉलिटिक्स ऑफ़ रिड्युजिंग मालन्यूट्रीशन:बिल्डिंग कॉमेटमेंट एंड एक्सीलेरेटिंग इम्पैक्ट (The Politics of Reducing Malnutrition: Building Commitment and Accelerating Impact) के सहलेखक हैं.

 

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