हरियाणा उत्तर भारत के प्रमुख जिलों में शामिल है, जो कि अपनी विविधता और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। भारत का यह राज्य ऐतिहासिक रूप से भी महत्त्वपूर्ण राज्यों में शामिल है, जिसका संबंध महाभारत काल से लेकर देश की आजादी के रण तक के लिए रहा है।
आपने प्रदेश के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि हरियाणा का सबसे पूर्वी जिला कौन-सा है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
हरियाणा का परिचय
सबसे पहले हम हरियाणा के बारे में जान लेते हैं। हरियाणा राज्य का गठन एक नवंबर, 1966 को हुआ था। राज्य की राजधानी चंडीगढ़ है, जो कि पंजाब की राजधानी भी है। यहां कुल 22 जिले हैं, जो कि 44,212 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं, जो कि पूरे भारत का करीब 1.34 फीसदी है।
यह राज्य क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का 20वां सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य को हम खिलाड़ियों के राज्य के तौर पर भी जानते हैं, जिसने ओलंपिक में भारत को कई पदक दिलाए हैं।
राज्य में कुल विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा सीटें
हरियाणा राज्य भारत की राजनीति में महत्त्वपूर्ण भूमिका रखता है। राज्य में कुल 91 विधानसभा सीटें, 5 राज्यसभा सीटें और 10 लोकसभा सीटें हैं।
हरियाणा में कुल मंडल और तहसील
राज्य में कुल मंडलों की बात करें, तो इनकी संख्या 6 है। हालांकि, उपमंडलों की संख्या 73 और तहीसलों की संख्या 93 है। इसके अतिरिक्त 10 नगर निगम, 46 नगर पालिका, 21 नगर परिषद्, 6234 ग्राम पंचायत और 126 पंचायत समिति मौजूद हैं।
हरियाणा का सबसे बड़ा और छोटा जिला
हरियाणा के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो क्षेत्रफल की हिसाब से सबसे बड़ा जिला सिरसा है। वहीं, सबसे छोटा जिला फरीदाबाद है। जनसंख्या के मामले में सबसे बड़ा जिला फरीदाबाद और सबसे छोटा जिला पंचकूला है।
हरियाणा का सबसे अधिक और सबसे कम साक्षर जिला
हरियाणा के सबसे अधिक साक्षर जिले की बात करें, तो गुरुग्राम जिले में सबसे अधिक पढ़े-लिखे लोग रहते हैं। वहीं, सबसे कम पढ़े-लिखे जिले की बात करें, तो नूंह जिले में सबसे कम पढ़े-लिखे लोग रहते हैं।
हरियाणा का सबसे पूर्वी जिला
हरियाणा के सबसे पूर्वी जिले की बात करें, तो यह जिला यमुनानगर है।
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