ट्रेन ऑपरेटर का पद केंद्र और राज्य सरकार के अधीन विभिन्न मेट्रो रेल परियोजनाओं (जैसे – दिल्ली मेट्रो रेल, मुंबई मेट्रो रेल, चेन्नई मेट्रो रेल) आदि में होता है. मेट्रो रेल में विभिन्न पदों पर अस्थायी / संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है जिनमें से ट्रेन ऑपरेटर का पद भी एक है. ट्रेन ऑपरेटर का कार्य होता है कि वह ट्रेन कंट्रोल सिस्टम के अनुसार ट्रेन को चलाए, आवश्यकतानुसार ट्रेन की छोटी-मोटी खराबियों को ठीक करे और किसी भी फेल्योर की स्थिति में ट्रेन का मैनुअल प्रचालन करे.
नियुक्ति के बाद ट्रेन ऑपरेटर को स्टेशन कंट्रोलर के समान ही प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमे ओरिएंटेशन, फर्स्ट-एड, फायर फाइटिंग, सिक्यूरिटी, स्टेशन मैनेजमेंट, रोलिंग स्टॉक, सिग्नलिंग, टेलीकॉम, ऑटोमेटिंक फेयर कलेक्शन सिस्टम, ड्राइविंग स्किल्स, रूट लर्निंग / टेस्ट ट्रैक / स्टीम्यूलेट ड्राइविंग, सामान्य नियम एवं प्रक्रियाओं, संचार कौशन और स्पोकेन इंग्लिश, कस्टमर ओरिएंटेशन एवं सॉफ्ट स्किल्स, फेल्योर मैनेजमेंट, आपदा की तैयार, आदि शामिल होते हैं.
ट्रेन ऑपरेटर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
ट्रेन ऑपरेटर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी विषय में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा या स्नातक डिग्री उत्तीर्ण होना चाहिए. साथ ही, किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं स्तर पर मैथमेटिक्स या फिजिक्स एक विषय के रूप में पढा होना चाहिए. मेट्रो रेल सिग्नलिंग और रोलिंग स्टॉक ऑपरेशंस में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को वरीयता दी जाती है.
ट्रेन ऑपरेटर के लिए कितनी है आयु सीमा?
ट्रेन ऑपरेटर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति होती है तो अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तक होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
ट्रेन ऑपरेटर के लिए चयन प्रक्रिया
ट्रेन ऑपरेटर के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि कम संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं या संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर ही कर सकता है.
कितनी मिलती है ट्रेन ऑपरेटर को सैलरी?
ट्रेन ऑपरेटर के पद पर आमतौर पर संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है और रु. 14000-26950 प्रति माह का वेतन दिया जाता है. वहीं, कुछ राज्य सरकारों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है.
ट्रेन ऑपरेटर की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
ट्रेन ऑपरेटर का पद केंद्र और राज्य सरकार के अधीन विभिन्न मेट्रो रेल परियोजनाओं (जैसे – दिल्ली मेट्रो रेल, मुंबई मेट्रो रेल, चेन्नई मेट्रो रेल) आदि में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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