Shenzhou-13 spacecraft: अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को चुनौती देते हुए चीन ने 16 अक्टूबर 2021 को अंतरिक्ष में अपना एक और शेनझू-13 मिशन लांच कर दिया है. इस मिशन का मुख्य उद्देश्य चीनी स्पेस स्टेशन को अगले छह महीने तक ऑपरेट करना है साथ ही वहां पर स्पेस स्टेशन के काम को पूरा करना है. चीन ने नए मिशन के अंतर्गत शेनझू-13 अंतरिक्ष यान को रात 12:25 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर लांग मार्च-2 से रवाना किया है.
यह अंतरिक्ष यान छह घंटे के अंदर ही अंतरिक्ष स्टेशन तियान के साथ जुड़ गया. यह चीन के इतिहास में अंतरिक्ष का सबसे लंबा मानव अभियान है. वांग यापिंग अंतरिक्ष केंद्र जाने वाली चीन की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री हैं. इस अंतरिक्ष यान से रवाना हुए दो पुरुष और एक महिला दूसरे क्रू सदस्य हैं जो अंतरिक्ष केंद्र में गए हैं.
इस मिशन का उद्देश्य
चीन के इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सबसे लंबा समय अंतरिक्ष में बिताने का रिकॉर्ड बनाने का भी है. इससे पहले चीन ने तीन महीने के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन भेजा था, जो हाल ही में पृथ्वी पर लौटे हैं. चीन ने इस बार छह महीने के लिए इस मिशन को लांच किया है. अंतरिक्ष यान शेनझू-13 तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अपने साथ लेकर गया है. इस दल में दो अनुभवी अंतरिक्ष यात्री झाई झिगांग 55 वर्ष व वांग यापिंग 41 शामिल हैं. इसके अलावा एक महिला अंतरिक्ष यात्री ये गुआंगफू भी इस मिशन का हिस्सा हैं.
स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में स्थापित
चीन अपना खुद का स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में स्थापित कर रहा है. तीन अंतरिक्ष यात्रियों का दल वहां पर उपकरणों को स्थापित करेगा और जीवन की संभावनाओं की खोज करेगा. इस मिशन में तीन स्पेसवॉक भी शामिल हैं.
शेनझू-13: एक नजर में
शेनझू-13 इस दिशा में पांचवां मिशन है. इस स्टेशन का वजन लगभग 66 टन के आसपास होगा, जो एक अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के आकार का होगा. साल 1998 में पहला मॉड्यूल लान्च किया गया था और इसका वजन लगभग 450 टन होगा.
अब तक 14 अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया
चीन ने साल 2003 से अब तक 14 अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया है. वह पूर्व सोवियत संघ और अमेरिका के बाद अंतरिक्ष में अपने दम पर अंतरिक्ष यात्री को भेजने वाला 2003 में तीसरा देश बन गया था.
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