विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने स्टार्ट-अप तथा लघु व मध्यम उद्योग में अनुसंधान के लिए एफएएसआईई के साथ समझौता किया. यह समझौता विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत-रूस साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ समारोह के अवसर पर किया गया.
समझौते-पत्र पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा तथा फाउंडेशन फॉर असिस्टेन्स टू स्मॉल इन्नोवेटिव इंटरप्राइजेज (एमएएसआईई) के महानिदेशक डॉ. सर्गेई पॉलीकोव के मध्य भारत-रूसी एकीकृत प्रौद्योगिकी मूल्यांकन और त्वरित व्यावसायिकीकरण कार्यक्रम के विषय पर सहमति हुई.
समझौते का उद्देश्य-
- समझौते का उद्देश्य उद्यमों को सहयोग उपलब्ध कराना है ताकि वे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग अभिनव कार्यकलापों तथा प्रौद्योगिकी स्थानांनतरण के जरिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति मजबूत कर सकें.
- डीएसटी और एमएएसआईई भारत और रूस के संगठनों और संस्थाओं के मध्य समन्वय स्थापित करेगा ताकि उद्यम व शोध संस्थान संयुक्त रूप से प्रौद्योगिकी सहयोग और संयुक्त उद्यम विकसित कर सकें.
- दोनों पक्ष के प्रतिभा संपन्न युवा (39 वर्षों से कम) परस्पर अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग करेंगे.
- वर्तमान में डीएसटी और आरएसएफ संयुक्त रूप से 17 संयुक्त उद्यमों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं.
- डीएसटी और आरएसएफ के मध्य बैठक का समापन अनुसंधान में आपसी सहयोग में समन्वय बढ़ाने के साथ हुआ
भारत और रूस आपसी राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. वहीं विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली और रशियन फाउंडेशन फॉर बेसिक रिसर्च, मॉस्को आपसी सहयोग की 10वीं वर्षगांठ मना रहे हैं.
दोनों पक्षों ने स्टार्ट-अप उद्यमों के लिए कार्य करने और अभिनव प्रयोग के लिए भारत-रूसी सेतु बनाने पर सहमति व्यक्त की है. भारत और रूस के बीच विज्ञान व प्रौद्योगिकी में सहयोग द्विपक्षीय संबंधों का एक मजबूत स्तंभ रहा है. आपसी संबंधों की प्रगाढ़ता से सभी क्षेत्रों व संस्थाओं (शैक्षणिक और शोध प्रयोगशाला) के मध्य अनुसंधान तथा शोधार्थियों का संगम संभव हो सका.
इस सहयोग से भारतीय वैज्ञानिकों को रूस के शिक्षण तथा विज्ञान संस्थानों में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है। पहली बार वर्ष 2008 में डीएसटी और आरएफबीआर कार्यक्रम पर सहमति जताई गई.
पिछले 10 वर्षों में डीएसटी और आरएफबीआर ने संयुक्त रूप से 254 अनुसंधान परियोजनाओं को सहयोग प्रदान किया है, जबकि कुल 870 परियोजनाओं का प्रस्ताव पारित किया गया था.
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