Good Governance Day 2021: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 25 दिसंबर को सुशासन दिवस (Good Governance Day) मनाया जाता है. यह दिन पूरी तरह से पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी को समर्पित होता है. अटल विहारी वाजपेयी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे, जिन्होंने भारत को शिखर तक पहुंचाया.
इस दिवस को पहली बार साल 2014 में मनाया गया था. उन्हें भारतीय राजनीती के सर्वाधिक प्रभावशाली नेताओं में से एक माना जाता है. यह दिन सरकार में जवाबदेही के लोगों के बीच जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था. सुशासन दिवस सरकार के लिए कार्य दिवस घोषित किया गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी: एक नजर में |
पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. वे तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. वे साल 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने. वे दूसरी बार साल 1998-99 में प्रधानमंत्री बने. इसके बाद वे तीसरी बार 13 अक्टूबर 1999 में देश के प्रधानमंत्री बने. गौरतलब है कि पूर्व पीएम अटल विहारी वाजपेयी संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण देने वाले पहले नेता रहे हैं. इन्हें 27 मार्च 2015 को 'भारत रत्न' पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मी बाई कॉलेज) से स्नातक की पढाई की. इसके बाद उन्होंने DAV कॉलेज कानपूर से राजनीतिक विज्ञान में M.A. की डिग्री प्राप्त की. |
सुशासन दिवस का उद्देश्य
सुशासन दिवस का उद्देश्य देश में पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता से लोगों को अवगत कराना है. सुशासन दिवस लोगों के कल्याण और बेहतरी को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. यह सरकारी कामकाज को मानकीकृत करने और इसे देश के नागरिकों के लिए अत्यधिक प्रभावी और जवाबदेह शासन बनाने के लिए मनाया जाता है.
गुड गवर्नेंस डे का इतिहास
बता दें कि साल 2014 में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेयी के सम्मान में हर साल 25 दिसंबर को 'गुड गवर्नेंस डे' मनाने की घोषणा की थी. भारत सरकार द्वारा यह घोषित किया गया कि हर साल 25 दिसंबर (गुड गवर्नेंस डे) को पूरे दिन काम किया जाएगा. स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेयी के कार्यकाल में बहुत से ऐसे काम हुए, जिनकी वजह से उन्हें हमेशा याद किया जाता है. केंद्र सरकार ने उनके मरने के बाद यह घोषणा की कि हर साल 25 दिसंबर को 'गुड गवर्नेंस डे' मनाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी.
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