नासा ने हाल ही में भारतीय मूल के रोबोटिक्स विशेषज्ञ अमित क्षत्रिय को अपना अगला एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया है। वे पिछले 20 सालों से नासा में काम कर रहे हैं। उनका जन्म विस्कॉन्सिन में हुआ था और वे केटी, टेक्सास में पले-बढ़े। उन्हें नासा के 'मून टू मार्स प्रोग्राम' के पहले प्रमुख के तौर पर काम करने के बाद संगठन के सर्वोच्च सिविल सेवा पद पर पदोन्नत किया गया है।
नासा ने 3 सितंबर को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "कार्यवाहक नासा प्रशासक शॉन पी. डफी ने अमित क्षत्रिय को नासा का नया एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर नामित किया है, जो एजेंसी की शीर्ष सिविल सेवा भूमिका है।"
कौन हैं अमित क्षत्रिय?
अमित क्षत्रिय ने ऑस्टिन में स्थित टेक्सास यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की है। वे इतिहास में उन 100 लोगों में से एक हैं, जिन्होंने मिशन कंट्रोल फ्लाइट डायरेक्टर का पद संभाला है। उनके लिंक्डइन पेज के अनुसार, उन्होंने साल 2000 में पासाडेना, कैलिफोर्निया में स्थित कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से गणित में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की।
अमित क्षत्रिय पहली पीढ़ी के भारतीय प्रवासियों के बेटे हैं जो अमेरिका आकर बसे थे। उन्होंने 2003 में स्पेस एजेंसी के साथ अपने करियर की शुरुआत की। शुरुआत में उन्होंने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रोबोटिक्स इंजीनियर और स्पेसक्राफ्ट ऑपरेटर के तौर पर काम किया। उनका मुख्य ध्यान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की रोबोटिक असेंबली पर था।
नासा में अमित क्षत्रिय का करियर
इससे पहले उन्होंने चांद पर मानव मिशन भेजने वाले कार्यक्रमों के डिजाइन और उन्हें लागू करने की देखरेख की थी। इस दौरान उन्होंने आर्टेमिस अभियान में एक अहम भूमिका निभाई। मंगल ग्रह पर पहले मानव मिशन की नींव नासा के एक्सप्लोरेशन सिस्टम्स डेवलपमेंट डायरेक्टोरेट (ESDMD) पर बनी थी। अपनी नई भूमिका में, क्षत्रिय स्पेस एजेंसी की उस महत्वाकांक्षी योजना के प्रभारी होंगे, जिसके तहत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान फिर से चांद पर जाया जाएगा।
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