केंद्रीय ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राज कुमार सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संयुक्त रूप से बिजली समस्या से निपटने हेतु 'PRAKASH' पोर्टल लॉन्च किया है. सरकार ने बिजलीघरों को कोयले की अच्छे उपलब्धता को लेकर सभी संबद्ध पक्षों के बीच अच्छे तालमेल हेतु पोर्टल जारी किया है.
PRAKASH पोर्टल खदानों से लेकर ढुलाई तथा बिजली घरों तक में कोयले की उपलब्धता के बारे में सही जानकारी देगा. सरकार उम्मीद कर रही है कि यह परियोजना थर्मल पावर प्लांटों में कोयले की आपूर्ति की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करेगी.
बिजली उत्पादक कंपनियों को पोर्टल पर मौजूद रियल टाइम डेटा के कारण से संबंधित जगह बिजली भेजने हेतु वहां के पास वाले प्लांट से बिजली देने का विकल्प चुनने में आसानी होगी. इस पोर्टल के द्वारा घरों में पीछे से चले आ रहे तकनीकी कारण से बार-बार बिजली गुल होने की समस्या से भी राहत मिलेगी.
PRAKASH पोर्टल के बारे में
• सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी द्वारा PRAKASH पोर्टल तैयार किया गया है.
• PRAKASH का फुलफॉर्म 'Power Rail Koyla Availibility through Supply Harmony है.
• इस पोर्टल के तहत खदानों पर कोयले की उपलब्धता की स्थिति क्या है, बिजली उतपादक कंपनियों के पास कितना कोयला है तथा बिजली संयंत्रों के पास कब तक कोयला पहुंचेगा इसकी सटीक जानकारी मिल सकेगी.
• इस पोर्टल के जरिये कोयला कंपनियां बिजली घरों में ईंधन भंडार तथा कोयला जरूरतों पर नजर रख सकेंगी.
भारत में टॉप 10 थर्मल पावर प्लांट
थर्मल पावर प्लांट का नाम | राज्य | क्षमता |
मुंद्रा थर्मल पावर स्टेशन | गुजरात | 4620 मेगावाट |
विंध्याचल थर्मल पावर स्टेशन | मध्य प्रदेश | 4260 मेगावाट |
मुंद्रा अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट | गुजरात | 4150 मेगावाट |
केएसके महानदी पावर प्रोजेक्ट | छत्तीसगढ़ | 3600 मेगावाट |
जिंदल तमनार थर्मल पावर प्लांट | छत्तीसगढ़ | 3400 मेगावाट |
टिरोदा थर्मल पावर स्टेशन | महाराष्ट्र | 3300 मेगावाट |
बरह सुपर थर्मल पावर स्टेशन | बिहार | 3300 मेगावाट |
तालचर सुपर थर्मल पावर स्टेशन | ओडिशा | 3000 मेगावाट |
सीपत थर्मल पावर प्लांट | छत्तीसगढ़ | 2980 मेगावाट |
एनटीपीसी दादरी | उत्तर प्रदेश | 2637 मेगावाट |
कोयले की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थर्मल पावर बनाने में होती है. कोयला मंत्रालय का काम कोयला की सप्लाई का देख-रेख करना है. रेलवे का काम कोयले की ढुलाई की देख रेख करना है. ऊर्जा मंत्रालय का काम बिजली बनाने का है. कभी-कभी कोयले की कमी के कारण से पावर प्लांट में ऐसी समस्या आ जाती है कि कोयले का बहुत ही कम दिन का स्टॉक बचता है. इससे बिजली उत्पादन में कमी आती है. इसी कमी को दूर करने के लिए PRAKASH पोर्टल को लॉन्च किया गया है.
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PRAKASH पोर्टल का महत्व
• यह पोर्टल बिजली संयंत्रों हेतु कोयला आपूर्ति श्रृंखला की मैपिंग के लिए बनाया गया है.
• PRAKASH पोर्टल खदान में कोयले के स्टॉक, कोयले की मात्रा तथा बिजली स्टेशन में कोयले की उपलब्धता के बारे में सही जानकारी प्रदान करेगा.
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