केंद्र सरकार ने हाल ही में ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड को फिर से जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाने का फैसला किया है. यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर लिया गया है. ओसीआई को अब बार-बार अपना दस्तावेज जारी करवाने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी.
अभी तक 20 साल की उम्र होने तक नया पासपोर्ट जारी कराते समय हर बार फिर से ओसीआई कार्ड जारी किया जाता था. ओसीआई कार्डधारकों को अब केवल 20 साल की उम्र होने पर अपने दस्तावेज को फिर से जारी कराने की आवश्यकता होगी.
दोबारा दस्तावेज जारी करवाने की जरूरत नहीं
केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक 20 साल उम्र होने से पहले ओसीआई कार्डधारक के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यक्ति को 20 साल उम्र होने पर नया पासपोर्ट जारी करते समय ही कार्ड फिर से जारी होगा ताकि वयस्क होने पर चेहरे में आया बदलाव उसमें शामिल हो जाए.
महत्व
बयान में कहा गया कि प्रक्रिया को सरल करने और ओसीआई कार्ड फिर जारी कराने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर यह फैसला किया गया है. बयान के मुताबिक ओसीआई कार्ड अनिवासी भारतीयों के बीच लोकप्रिय होगा और भारतीय मूल के नागरिक या अनिवासी भारतीय सुगमता से देश आ सकेंगे और जब तक चाहे रह सकेंगे.
मुख्य बिंदु
वर्तमान में, आवेदक के चेहरे में जैविक परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए, ओसीआई कार्ड को 20 साल की उम्र तक प्रत्येक बार नया पासपोर्ट जारी होने और एक बार 50 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद पर दोबारा जारी कराने की आवश्यकता होती है.
ओसीआई कार्डधारकों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से, अब भारत सरकार ने इस आवश्यकता को खत्म करने का निर्णय लिया है.
कोई भी व्यक्ति जो 20 वर्ष की आयु प्राप्त करने से पहले ओसीआई कार्डधारक के रूप में पंजीकरण कराएगा, उसे ओसीआई कार्ड केवल एक बार फिर से जारी करना होगा, जब उसकी 20 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद नया पासपोर्ट जारी किया गया हो ताकि उसके वयस्क होने पर उसके चेहरे के नैन नक्श पहचाने जा सकें.
ओसीआई कार्डधारक द्वारा प्राप्त नए पासपोर्ट के बारे में डेटा को अपडेट करने के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि वह हर बार ऑनलाइन ओसीआई पोर्टल पर अपनी फोटो युक्त नए पासपोर्ट की एक प्रति और एक नवीनतम फोटो अपलोड करेगा.
नया पासपोर्ट 20 वर्ष की आयु तक और 50 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद जारी किया जाता है. ये दस्तावेज़ नए पासपोर्ट प्राप्त होने के तीन महीने के भीतर ओसीआई कार्डधारक द्वारा अपलोड किए जा सकते हैं.
OCI कार्ड क्या है?
ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) की श्रेणी को भारत सरकार द्वारा साल 2005 में शुरू किया गया था. OCI कार्ड भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक तरह का वीज़ा है जो पूरे जीवन के लिए वैध रहता है. गृह मंत्रालय OCI को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित करता है जो 26 जनवरी, 1950 को या उसके बाद भारत का नागरिक था; या उस तारीख पर भारत का नागरिक बनने योग्य था.
OCI कार्ड के लाभ
ओसीआई एक तरह से भारत में जीवन भर रहने, काम करने और सभी तरह के आर्थिक लेन-देन करने की सुविधा देता है, साथ ही ओसीआई धारक व्यक्ति जब चाहे बिना वीज़ा के भारत आ सकता है. ओसीआई कार्ड जीवन भर के लिए मान्य होता है. OCI कार्डधारक भारत में विशेष बैंक खाते खोल सकते हैं, वे गैर-कृषि संपत्ति (आवासीय व व्यावसायिक) खरीद सकते हैं.
पृष्ठभूमि
ओसीआई कार्ड भारतीय मूल के विदेशियों और भारतीय नागरिकों या ओसीआई कार्डधारकों के विदेशी मूल के जीवन साथी के बीच बहुत लोकप्रिय साबित हुआ है, क्योंकि यह उन्हें भारत में परेशानी मुक्त प्रवेश और असीमित प्रवास में मदद करता है. भारत सरकार अब तक लगभग 37.72 लाख ओसीआई कार्ड जारी कर चुकी है.
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