युवा मामलों एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय गोयल ने खेल विभाग के तहत प्रतिभा पहचान पोर्टल शुरू करने की घोषणा की है. पोर्टल का उद्देश्य देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से प्रतिभाशाली बच्चों को खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिये समुचित अवसर प्रदान करना है.
पोर्टल के बारे में-
- बच्चे के खेल-प्रदर्शन और क्षमता को रेखांकित करने वाले वीडियो और फोटोग्राफ पोर्टल पर अपलोड किये जा सकेंगे.
- इन्हें स्वयं बच्चे, उनके माता-पिता, अध्यापक या अन्य लोग पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं.
- पड़ताल के बाद क्षमतावान बच्चों को कई तरह की जांचों से गुजरने का अवसर प्रदान किया जाएगा.
- यह जांच प्रक्रिया अन्य स्थानों के साथ-साथ निकटवरती साई केंद्र में की जायेगी.
- जो बच्चा जांच में सफल होगा उसे साई के प्रशिक्षण केंद्रों में प्रवेश दिया जायेगा.
- खेल मंत्रालय, राज्य सरकारों को ऐसे बच्चों को अपने केंद्रों में शामिल करने का आग्रह करेगा.
- प्रतिभावान बच्चे किसी कारणवश अपने घर से बाहर नहीं जा पायेंगे, उन्हें खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिये छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी.
- पोर्टल से प्रतिभावान बच्चों को अवसर मिलेगा कि वे अपने घर में ही रहकर खेल प्रशिक्षण केंद्रों में प्रवेश ले सकें और इसके लिये प्रक्रियाओं को सरल बनाया जायेगा.
- इस कदम से खासतौर से समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को लाभ मिलेगा.
- योजना के अंतर्गत आठ साल या उससे अधिक आयु के प्रतिभाशाली बच्चों को लक्ष्य बनाया गया है.
- कार्यक्रम में राष्ट्रीय खेल परिसंघों, कार्पोरेट घरानों और अन्य हितधारकों को भी शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है.
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