अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोईंग ने 10 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना के लिए चार चिनूक सैन्य हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह पर की. कंपनी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सीएच47एफ (आई) चिनूक को चंडीगढ़ ले जाया जाएगा, जहां उन्हें औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा.
भारत को कुल 15 और चिनूक हेलिकॉप्टर प्राप्त होंगे. भारत के लिए रणनीतिक नजरिए से चिनूक हेलिकॉप्टर इसलिए महत्वपूर्ण है कि इनके आने से एयरफोर्स की क्षमता और बढ़ जाएगी. यह हेलिकॉप्टर ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हवित्जर तोपों को माल पहुंचाने में मददगार साबित होगा.
गौरतलब है कि भारत ने बोईंग के साथ 22 अपाचे हेलिकॉप्टर और 15 चिनूक हेलिकॉप्टर खरीदने की प्रक्रिया को सितम्बर 2015 में अंतिम रूप दिया था.
चिनूक हेलिकॉप्टर की विशेषताएं
• चिनूक हेलीकॉप्टर अमेरिकी सेना का विशेष हेलिकॉप्टर है. इसी चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से अमेरिकी सेना ने लादेन को मार गिराया था.
• वियतनाम और इराक के युद्धों में इसे शामिल किया गया था. यह दो रोटर वाला हैवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर है.
• चिनूक बहुद्देशीय, वर्टिकल लिफ्ट प्लेटफॉर्म हेलिकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल सैनिकों, हथियारों, उपकरण और ईंधन को ढोने में किया जाता है.
• इसका इस्तेमाल मानवीय और आपदा राहत अभियानों में भी किया जाता है.
• राहत सामग्री पहुंचाने और बड़ी संख्या में लोगों को बचाने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है.
• यह 9.6 टन वजन उठा सकता है, जिससे भारी मशीनरी, तोप और बख्तरबंद गाड़ियां लाने-ले जाने में सक्षम है.
• जहां अपाचे को दुनिया के सबसे अच्छे लड़ाकू हेलिकॉप्टर्स में गिना जाता है, वहीं, चिनूक हेलिकॉप्टर बहुत ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है.
• भारत अपाचे का इस्तेमाल करने वाला 14वां और चिनूक को इस्तेमाल करने वाला 19वां देश होगा.
भारत के लिए महत्व
भारतीय वायुसेना के नजरिए से देखें तो रणनीतिक दृष्टि से यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. भारत के पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान की ओर से जिस प्रकार का माहौल बनता है उसमें चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर्स भारतीय वायुसेना के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं. चिनूक हेलीकॉप्टर्स की मदद से सीमावर्ती इलाकों में सड़क निर्माण की सामाग्री आसानी से पहुंचायी जा सकती है, जिससे भारतीय सीमाओं पर ढांचागत विकास में तेजी आएगी. साथ ही अपाचे हेलिकॉप्टर सैन्य दृष्टि से काफी उत्तम माने जा रहे हैं.
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