पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद (Gulzar Ahmed) देश के कार्यवाहक प्रधान मंत्री बन सकते हैं. प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व चीफ जस्टिस गुलजार अहमद का नाम कार्यवाहक प्रधानमंत्री के लिए नामित किया है. इस फैसले की जानकारी पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने ट्विटर पर दी है.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने 04 अप्रैल 2022 को एक नोटिफिकेशन जारी कर प्रधानमंत्री और निवर्तमान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता को पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 (1A) के अंतर्गत कार्यवाहक प्रधान मंत्री की नियुक्ति के लिए एक उपयुक्त व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव भेजने के लिए कहा था.
गुलजार अहमद के बारे में
जस्टिस अहमद का जन्म 02 फरवरी, 1957 को कराची में एक प्रतिष्ठित वकील नूर मुहम्मद के परिवार में हुआ था.
उन्होंने 18 जनवरी 1986 को वकील के रूप में करियर शुरू किया. वे 04 अप्रैल 1988 को सिंध हाई कोर्ट बार एसोसिएशन (SHCBA) में शामिल हुए थे.
गुलजार अहमद 21 दिसंबर 2019 से 01 फरवरी 2022 तक पाकिस्तान के 27वें मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं.
अहमद के पिता नूर मुहम्मद कराची में बड़े वकील थे. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई कराची स्थित गुलिस्तान स्कूल से पूरी की.
उन्होंने कराची के गवर्नमेंट नेशनल कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की थी तथा सिंध मुस्लिम लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई ली.
गुलजार अहमद पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट की उस बेंच का हिस्सा थे, जिसने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पनामा पेपर्स मामले के बाद अयोग्य घोषित कर सजा सुनाई थी.
पृष्ठभूमि
आपको बता दें कि पाकिस्तान के किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है. हर बार सेना की दखल की वजह से वहां पर सरकार बदलती रहती है. दरअसल, पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान खान को बहुमत के लिए 172 सीटें चाहिए थीं. विपक्ष का दावा है कि उसके पास 174 सांसदों का समर्थन है.
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