भारत और ओमान ने दो प्रमुख रक्षा समझौतों का नवीनीकरण किया है जो समुद्री सुरक्षा और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं. ओमान खाड़ी क्षेत्र में भारत का सबसे पुराना रणनीतिक साझेदार है.
इन दो समझौतों में एक समुद्री परिवहन समझौता भी शामिल है, जिस पर दिसंबर, 2019 में हस्ताक्षर किए गए थे और एक अन्य समझौता, जिस पर वर्ष, 2018 में सहमति हुई थी, उसने भारतीय नौसेना को ओमान के डुकम बंदरगाह पर सुविधाओं तक पहुंच प्रदान की थी.
-
समुद्री परिवहन समझौता
भारत और ओमान ने दिसंबर, 2019 में केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की इस देश की यात्रा के दौरान, एक समुद्री परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
यह समझौता क्यों महत्त्वपूर्ण है?
इस समुद्री समझौते ने भारत को पश्चिमी और दक्षिणी हिंद महासागर, फारस की खाड़ी और पूर्वी अफ्रीका में अपने प्रभाव का विस्तार करने में सक्षम बनाया है. यह पहला ऐसा समझौता था जिस पर भारत ने किसी खाड़ी देश के साथ हस्ताक्षर किए थे.
-
भारतीय नौसेना को ओमान के डुक्म बंदरगाह पर सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करने वाला समझौता
भारत और ओमान ने वर्ष, 2018 में ओमान के डुक्म बंदरगाह पर भारतीय नौसेना को सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक और समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
यह क्यों महत्त्वपूर्ण है?
• डुक्म बंदरगाह व्यापक पश्चिम और पूर्वी अफ्रीका के लिए भारत के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है. यह मुंबई से उड़ान भरने पर सिर्फ 40 मिनट की दूरी पर स्थित है.
• हिंद महासागर क्षेत्र के पश्चिमी भाग में चीनी नौसेना की बढ़ती गतिविधियों के बीच, भारत ने इस बंदरगाह की सुविधाओं तक पहुंच प्राप्त करने में अपनी रुचि दिखाई थी.
• भारत और ओमान ने रक्षा और पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के लिए, 11 फरवरी, 2018 को प्रधानमंत्री मोदी की ओमान यात्रा के दौरान, कुल 08 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए थे.
महत्त्व
प्रधानमंत्री मोदी की सल्तनत यात्रा के अंत में, दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी करके यह कहा था कि, ये दोनों ही देश खाड़ी और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए आपसी सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं.
भारत और ओमान के आपसी रक्षा संबंध
• ओमान भारत के साथ औपचारिक रक्षा संबंध स्थापित करने वाला पहला खाड़ी देश था. इन दोनों देशों ने संयुक्त सैन्य अभ्यास करने के बाद वर्ष, 2006 में अपने पहले रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
• वर्ष, 2008 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ओमान की यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और बढ़ावा मिला था.
• भारत और ओमान के बीच ये सैन्य संबंध, मोटे तौर पर, दिवंगत ओमानी सुल्तान, कबूस बिन सईद अल सैद के शासनकाल में विकसित हुए थे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation