भारत और ब्रिटेन के बीच शहरी परिवहन क्षेत्र में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, नीति योजना और संस्थागत संगठन के क्षेत्र में सहयोग पर सहमति बनी है तथा इसके लिए जल्द ही दोनों देशों के बीच सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी और जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने 27 नवम्बर 2017 को लंदन में ब्रिटेन के परिवहन सचिव क्रिस ग्रेयलिंग से मुलाकात की और दोनों ही पक्षों ने समझौता पत्र के मसौदे पर चर्चा की.
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मुख्य तथ्य:
- केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तीन दिन की यात्रा पर ब्रिटेन पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि वे लंदन की डबल-डेकर बसों को देखकर प्रभावित हैं और वे भारत में इलैक्ट्रिक वाहनों में इस तरह का मॉडल लाना चाहते हैं.
- समझौता पत्र के मसौदे में परिवहन क्षेत्र में दोनों देशों के बीच विशेषज्ञता का आदान-प्रदान और तकनीक के जरिए परिवहन सुगमता को बढ़ावा हेतु आपसी सहयोग शामिल है.
- ऐसे नीतिगत सुधारों की भी आशा व्यक्त की गई है जिससे परिवहन क्षेत्र में बेहतर ग्राहक सेवाओं, आंकड़ों का विश्लेषण और सूचना प्रोद्योगिकी प्रणाली के जरिए बदलाव आए.
- इस समझौते से देश में डिजिटल लेनदेन और अधिक क्षमता वाले डीजल और इलैक्ट्रिक वाहनों के चलन को बढ़ावा मिलेगा.
- नितिन गडकरी ने भारत-ब्रिटेन के एक सम्मेलन में कहा की यह ब्रिटेन के निवेशकों के लिए भारत में निवेश करने का सही समय है.
पृष्ठभूमि:
नितिन गडकरी के मई 2017 में लंदन दौरे के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर के बारे में निर्णय हुआ है. उन्होंने इस दौरे पर लंदन परिवहन और भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के बीच द्विपक्षीय सहयोग के प्रावधानों को अंतिम रूप दिया जिनमें शहरी क्षेत्रों में परिवहन से जुड़े समाधानों और अन्य गतिविधियों को शामिल किया गया है.
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