भारतीय नौसेना द्वारा 18 फरवरी 2017 को समुद्री नौका तारिणी को बेड़े में शामिल किया गया. इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी उपस्थित थे.
आईएनएसीवी तारिणी का निर्माण गोवा की मैसर्स एक्वेरियस शिपयार्ड प्राइवेट लिमिटेड, दिवर ने किया है. नौका तारिणी को भारतीय नौसेना के विश्व के पहले महिला परिनौसंचालन अभियान के लिए रखा गया है.
मुख्य बिंदु
• यह नौका ओडिशा स्थित गंजाम जिले के प्रसिद्ध तारा तारिणी मंदिर से प्रेरित होकर डिजाईन की गयी है. तारिणी शब्द का अर्थ होता है नौका और संस्कृत में इसका मतलब होता है तारने वाला.
• समुद्री नौवहन गतिविधियों और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना ने इस नौका द्वारा विश्व के पहले भारतीय महिला परिनौसंचालन अभियान की परिकल्पना की है.
• इस परियोजना के लिए लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में 6 महिला अधिकारियों के दल का चयन किया गया है.
• इन अधिकारियों ने आईएनडब्ल्यूटीसी मुंबई में नौवहन का मौलिक प्रशिक्षण लिया है.
• एल्युमीनियम और स्टील के ढांचे की तुलना में बेहतर प्रदर्शन के लिए इस नौका का ढांचा लकड़ी और फाइबर ग्लास से बनाया गया है.
• आईएनएसवी तारिणी में 6 सूट भी हैं. नवनिर्मित आईएनएसवी तारिणी का परीक्षण 30 जनवरी 2017 को सफलतापूर्वक पूरा किया गया था.
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