सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कर्नाटक में चल रहे सियासी संकट के बीच बड़ा आदेश आया है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी रुख अपनाया है. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के स्पीकर केआर रमेश कुमार को आदेश दिया है कि वह कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायकों के इस्तीफे के मामले में आज ही फैसला लें. सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही बागी विधायकों को सुरक्षा मुहैया कराने का भी आदेश दिया है.
कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायक इस्तीफे को असंवैधानिक बताने को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं. कर्नाटक सरकार में मंत्री डीके शिवकुमार बागी विधायकों से मिलने मुंबई के एक होटल पहुंचे. लेकिन उन्हें मुंबई पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया. दरअसल बागी विधायकों ने पुलिस को खत लिखकर सुरक्षा की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि शिवकुमार और उनके समर्थन होटल के अंदर आकर उन्हें धमकी दे सकते हैं और उनकी जान को भी खतरा है.
कर्नाटक बीजेपी के चीफ बीएस येदियुरप्पा ने कहा की हम लोग विधान सौदा (कर्नाटक विधानसभा) के बाहर धरना-प्रदर्शन पर बैठेंगे. इसके बाद स्पीकर और गवर्नर से मिलेंगे. कर्नाटक में विधायकों के इस्तीफे के बाद सियासी संकट पैदा हो गया है.
कर्नाटक में संकट लगातार बढ़ता जा रहा है
कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस सरकार पर संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. 224 सदस्यीय विधानसभा में दो निर्दलीयों सहित इस गठबंधन के 15 विधायकों ने कर्नाटक सरकार का साथ छोड़ दिया है. इस बीच 09 जुलाई 2019 को कर्नाटक कांग्रेस के विधायक दल की बैठक हो रही है. इस बैठक का आयोजन कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के नेतृत्व में हो रहा है.
कर्नाटक सरकार में शामिल उप-मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर सहित कांग्रेस के सभी 21 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिया है. जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) ने सरकार पर संकट को देखते हुए पार्टी की बैठक बुलाई है. इससे पहले, 06 जुलाई 2019 को सत्तारूढ़ दल के 11 विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया था. इस बीच कर्नाटक सरकार में मंत्री और निर्दलीय विधायक नागेश ने अपना समर्थन वापस ले लिया है.
कर्नाटक में गहराए राजनीतिक संकट का मुद्दा लोकसभा में भी उठा. कांग्रेस सांसदों ने इस मसले पर लोकसभा में हंगामा किया. इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया है कि इस संकट को सुलझा लिया गया है. यह सरकार सुचारु रूप से चलेगी.
कर्नाटक में किसको कितनी सीटें? कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं. कर्नाटक में बहुमत का आंकड़ा 113 है. इसमें बीजेपी के 105 विधायक हैं. जबकि कांग्रेस के पास 80 और जेडीएस के पास 37 विधायक हैं. इस तरह से दोनों के पास कुल 117 विधायक हैं. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और निर्दलीय विधायक भी गठबंधन का समर्थन कर रहे हैं. लेकिन, 13 विधायकों को इस्तीफे से गठबंधन सरकार के पास 104 विधायक रह जाते हैं. हालांकि, अभी तक विधानसभा अध्यक्ष ने 13 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. |
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हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मज़बूत राजनीतिक दल बनकर उभरी है. जिस तरह साल 1971 में पाकिस्तान से युद्ध जीतने के बाद सत्ता का केंद्र इंदिरा गांधी हो गई थीं ठीक उसी तरह मौजूदा समय में मोदी सरकार ने सत्ता का एकीकरण कर दिया है.
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कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस सरकार 06 जुलाई 2019 को गठबंधन के 13 विधायकों के अचानक इस्तीफा देने के बाद संकट में आ गई. इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा है और इसके एक दिन बाद दोनों पार्टियों के नेताओं ने सरकार को बचाने के लिए अगले कदम के बारे में लंबी चर्चा की.
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