प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 फरवरी 2017 को 'आदियोगी' या भगवान शिव की 112 फुट ऊंची प्रतिमा का कोयंबटूर के योग केंद्र में अनावरण किया. यह प्रतिमा पश्चिमी घाट में वेल्लियंगिरी पर्वत की तलहटी में स्थापित की गई है.
रोचक तथ्य:
प्रतिमा का अनावरण महा शिवरात्री, भगवान शिव के सम्मान में हर वर्ष मनाया जाने वाला हिन्दू पर्व, के उपलक्ष्य में किया गया. इस प्रतिमा का निर्माण ईशा फाउंडेशन नाम के एक एनजीओ द्वारा आठ महीनों में किया गया था.
फाउंडेशन ने कहा कि प्रथम योगी के 112 फुट के चेहरे में भगवान शिव द्वारा आत्म परिवर्तन की दिशा में प्रस्तुत किए गए 112 तरीकों का उत्सव में पवित्र किया गया था.
भगवान शिव के धात्विक प्रतिमा के अनावरण से पहले मोदी जी ने ईशा योग केंद्र का दौरा किया और पंच भूत अराधना समारोह में हिस्सा लिया.
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने योग के अभ्यास की सराहना की और यह अभ्यास पीढ़ियों की सीमाओं से भी पार हो चुका है और अब मनुष्य की आत्मा से शिव की ओर की यात्रा को योग कहा जाने लगा है.
उन्होंने कहा, यह पुराना है, फिर भी नया है. हालांकि स्थिर है, लेकिन इसमें हमेशा विकास होता रहा है.
उन्होंने प्रकृति की रक्षा का आह्वाहन किया और अपनी गतिविधियों को पारितंत्र के परिवेश के अनुसार बनाने को कहा.
इसके अलावा, आदियोगी के मुख प्रतिमा का अनावरण करने से पहले, मोदी ने योग विज्ञान पर आधारित पुस्तक 'आदियोगाः द सोर्स ऑफ योग' का विमोचन किया.
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