राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में हैं. पीएम मोदी 05 अगस्त 2020 को सुबह वायुसेना के विशेष विमान से यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचे और फिर हेलीकॉप्टर से अयोध्या गए. अयोध्या पहुंचकर पीएम मोदी ने हनुमानगढ़ी के दर्शन किए. इसके बाद मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया.
प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर भूमि पूजन के लिए 05 अगस्त 2020 को सुबह 11:30 बजे अयोध्या पहुंचे. साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर लैंड करने के बाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी ने उनकी अगवानी की. इसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. राम जन्मभूमि परिसर और आसपास के इलाके को रेड जोन घोषित कर दिया गया है. राम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की कमान एसपीजी ने संभाल ली है.
मोदी ने किए हनुमानगढ़ी के दर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में हनुमानगढ़ी के दर्शन किए. इस दौरान मोदी को हनुमानगढ़ी में पीएम को चांदी का मुकुट और हनुमान गदा भेंट की गई. करीब सात मिनट के कार्यक्रम के बाद मोदी रामजन्मभूमि परिसर गए. मोदी ने यहां रामलला विराजमान की पूजा की. पीएम मोदी को प्रेमदासजी महाराज की तरफ से चांदी की मुकुट भेंट की गई.
राम मंदिर निर्माण में साढ़े तीन साल का समय लगेगा
राम मंदिर का निर्माण जिस दिन से शुरू होगा, उस दिन से करीब तीन या साढ़े तीन साल का समय लगेगा. इसके अतिरिक्त मंदिर निर्माण के लिए समाज से धन संग्रह किया जाएगा. राम मंदिर मॉडल 128 फीट ऊंचा है, जिसे बढ़ाकर 161 फीट ऊंचा करने का फैसला लिया गया है. इसके अतिरिक्त गर्भगृह के आसपास अब 5 गुंबद बनाए जाएंगे, जबकि पहले तीन गुंबद बनने थे.
राम मंदिर के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत अयोध्या पहुंच चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के साथ कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद रहें.
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राम मंदिर भूमि पूजन से संबंधित मुख्य हाइलाइट्स
• माता सीता की कुलदेवी हर छोटी देवकाली और भगवान राम की कुलदेवी बड़ी देवकाली की पूजा कर अनुष्ठान का शुभारंभ किया गया.
• इस पूजन के साथ ही रामजन्मभूमि परिसर में भी विभिन्न धार्मिक आयोजनों की शुरुआत हो गई है. राम नगरी में स्थित छोटी देवकाली मंदिर सप्त सागर के पूर्वी भाग में स्थित है.
• जनकपुर में विवाह के बाद भगवान श्री राम के साथ अयोध्या आई माता सीता ने अपने कुलदेवी की पूजित प्रतिमा भी साथ लेकर आई थीं.
• कोरोना वायरस के संकट काल में काफी सावधानियों के साथ इस भूमि पूजन को किया जा रहा है, लेकिन तैयारियां पूरी हैं.
• ट्रस्ट के मुताबिक, राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुभारंभ कार्यक्रम में कुल 175 लोगों को आमंत्रित किया गया . इसके साथ-साथ अयोध्या के कुछ गणमान्य नागरिकों को भी आमंत्रित किया गया.
• ट्रस्ट के अनुसार, देश के लगभग 2000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया.
• सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी न्योता मिला है. वे पहले व्यक्ति हैं जिन्हें कार्ड दिया गया था.
• अयोध्या में दीवाली जैसा माहौल है, लोगों से घरों में दीया जलाने को कहा गया है. इसके अतिरिक्त प्रशासन की ओर से पूरी अयोध्या को रंग दिया गया है, रामायण के चित्र बनाए गए हैं.
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सुरक्षा व्यवस्था बहुत कड़ी
पूरे अयोध्या के अतिरिक्त मंदिर स्थल के पास सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही कड़ी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एनएसजी कमांडो समेत 4000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. कम से कम 75 चेक पोस्ट बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के चलते अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को तीन चक्र में बांटा गया है. पहले चक्र की सुरक्षा का जिम्मा एसपीजी के हवाले है जबकि दूसरे चक्र में अर्धसैनिक बल तैनात हैं. तीसरे और शहर के भीतर की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस के हवाले है.
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