प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका किशोरी अमोनकर का 3 अप्रैल 2017 को निधन हो गया. वे 84 वर्ष की थी.
किशोर अमोनकर को जयपुर घराने का संस्थापक भी माना जाता है. उन्हें शास्त्रीय गायन में भी अग्रणी गायक माना जाता है.
किशोरी आमोनकर के बारे में:
• किशोरी आमोनकर का जन्म 10 अप्रैल 1932 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था.
• उन्होंने अपनी मां, शास्त्रीय गायक जयपुर घराना के शास्त्रीय गायक मोगुबाई कुर्दिकार के तहत प्रशिक्षित थे.
• लेकिन उन्होंने अपने करियर में विभिन्न प्रकार की मुखर शैली को प्रयोग किया.
• किशोरी अमोनकर को भारतीय शास्त्री य संगीत के प्रतिनिधियों के रूप में भी जाना जाता है.
• उन्होंने वर्ष 1964 में फिल्म "गीत गया पत्थर ने" के लिए उन्होंने गाना भी गया था. लेकिन वे फिल्म उद्योग में खराब अनुभवों के कारण शास्त्रीय संगीत में लौट आए.
• भारत सरकार ने संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान देखते हुए किशोरी अमोनकर को वर्ष 1987 में पद्म भूषण और वर्ष 2002 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.
• किशोरी आमोनकर को हिंदुस्तानी परंपरा में अग्रणी गायकों में से एक माना जाता है.
• उन्हें वर्ष 2010 में संगीत नाटक अकादमी का फेलो नियुक्त किया गया.
• किशोरी अमोनकर की माता मोगुबाई कुर्दिकर जानीमानी गायिका थीं.
• उन्होंने जयपुर घराना के पुरोधा अल्लादिया खां साहेब से संगीत की शिक्षा ली थी.
• उन्होंने गायिकी की अपनी अगल शैली विकसित की थी जिसमें अन्य घरानों का प्रभाव भी झलकता था.
• उन्हें हिंदुस्तानी संगीत की पारंपरिक रागों पर शास्त्रीय ख्याल गायिकी में महारत हासिल थी. लेकिन उन्होंने ठुमरी, भजन और फिल्मी संगीत में भी पहचान बनाई.
• किशोरी अमोनकर संगीतज्ञ होने के साथ-साथ लोकप्रिय वक्ता भी थीं.
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