अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो सेनाओं की वापसी के बीच तालिबान की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है. अफगानिस्तान में तालिबान और सेना के बीच संघर्ष चल रहा है. इसी बीच तालिबान ने 13 अगस्त 2021 को दावा किया कि उसने अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर कब्जा कर लिया है. उसने अभी सिर्फ राजधानी काबुल और अन्य क्षेत्रों को सरकार के हाथों में छोड़ रखा है.
काबुल के बाद कंधार ही अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. इससे पहले 12 अगस्त 2021 को काबुल के निकट सामरिक रूप से महत्वपूर्ण एक और प्रांतीय राजधानी और देश के तीसरे सबसे बड़े शहर हेरात पर कब्जा कर लिया था. तालिबान अब तक 34 प्रांतीय राजधानियों में से 12 पर कब्जा कर चुका है. हेरात पर कब्जा तालिबान के लिए अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी है.
"Taliban claim to capture Kandahar, Afghanistan's second-largest city," tweets AFP News Agency
— ANI (@ANI) August 12, 2021
काबुल से कंधार की दूरी
राजधानी काबुल से कंधार की दूरी करीब 500 किलोमीटर है. तालिबान जिस तेजी से अफगानिस्तान पर कब्जा कर रहा है उससे अब ऐसा लग रहा है कि जल्द ही वो काबुल पर कब्जा कर लेगा, जिसकी आशंका पूरी दुनिया जता रही है.
दो तिहाई हिस्से पर तालिबान का कब्जा
अमेरिका और नाटो के सैनिक लगभग 20 साल पहले अफगानिस्तान आये थे और उन्होंने तालिबान सरकार को अपदस्थ किया था. अब अमेरिकी बलों की पूरी तरह वापसी से कुछ सप्ताह पहले तालिबान ने गतिविधियां बढ़ा दी हैं. फिलहाल प्रत्यक्ष रूप से काबुल पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन तालिबान की देश के करीब दो तिहाई हिस्से पर पकड़ मजबूत होती दिख रही है. हजारों लोग घर छोड़कर जा चुके हैं क्योंकि उन्हें डर है कि एक बार फिर तालिबान का दमनकारी शासन आ सकता है.
तीन हजार सैनिक भेजेगा अमेरिका
अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे हालात के मद्देनजर अमेरिका काबुल में दूतावास से कुछ और कर्मियों को वापस लाने के लिए अतिरिक्त सैनिक भेजने वाला है. पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने घोषणा की कि अमेरिकी रक्षा विभाग काबुल से एंबेसी के कर्मचारियों को निकालने के लिए अफगानिस्तान में सेना भेजेगा. उन्होंने कहा कि अगले 24-48 घंटों में काबुल हवाई अड्डे पर तीन पैदल सेना बटालियनों को ट्रांसफर किया जाएगा. इन सैनिकों की संख्या लगभग 3,000 हैं. ब्रिटेन भी वहां अपने सैनिक भेज रहा है.
इन इलाकों पर तालिबान का कब्जा
तालिबान आतंकियों ने अब तक जरांज, शेबरगान, सर-ए-पुल, कुंदुज, तालोकान, ऐबक, फराह, पुल ए खुमारी, बदख्शां, गजनी, हेरात और कंधार पर कब्जा कर लिया है. जबकि लश्कर गाह में अभी भी भीषण लड़ाई जारी है. वहीं, तालिबान के तेजी से बढ़ते कदम को देखते हुए अफगानिस्तान सरकार समझौते की बात भी कर रही है.
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