टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 29 अप्रैल 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान का निधन, जानें क्या थीं बिमारी
इरफान खान की इस खबर के बाद पूरे बॉलीवुड में शोक के लहर दौड़ गई है. साल 2018 में इरफान खान को पता चला था कि वह न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित हैं. इस बीमारी के इलाज के लिए इरफान खान लंदन भी गए थे और करीब साल भर इलाज कराने के बाद वह वापस भारत लौटे थे.
पद्म श्री सम्मान से नवाजे जा चुके इरफान खान का जन्म 7 जनवरी 1967 को हुआ था. राजस्थान के टोंक जिले में मुस्लिम परिवार में पैदा हुए इरफान खान ने अपने टैलेंट के दम पर दुनियाभर में नाम रोशन किया. उन्होंने लगभग 30 साल के करियर में 50 से अधिक फिल्मों में काम किया था.
मई 2020 के अंत तक भारत में विकसित हो जाएगी त्वरित परीक्षण किट: डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 28 अप्रैल 2020 को जैव प्रौद्योगिकी विभाग और इससे संबंधित शोध संस्थाओं के शीर्ष अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान में तकनीकी संसाधनों को विकसित करने हेतु चलाये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक की.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने समीक्षा के दौरान कहा कि स्वदेशी रैपिड टेस्ट और आरटी-पीसीएस डायग्नोस्टिक किट बनाने के मामले में मई 2020 तक हमारा देश आत्मनिर्भर हो जाएगा. इस दौरान आनुवांशिक अनुक्रमण के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ये अनुवांशिक अनुक्रमण के प्रयास मुझे 26 साल पहले के पोलियो उन्मूलन अभियान की याद दिलाती है.
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ योजना अपनाने के लिए कहा
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश से ऐसे अनेक प्रवासी श्रमिकों और अन्य लाभार्थियों को मदद मिलेगी जो भारत के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं और स्थानीय पहचान पत्र के बिना बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा सकते हैं. इस योजना को जून 2020 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया जाना था.
अदालत का यह निर्देश अधिवक्ता रिपक कंसल द्वारा दायर याचिका के बाद आया है जिसमें उन प्रवासी श्रमिकों और अन्य लाभार्थियों के लिए यह योजना शुरू करने की मांग की गई है जो वर्तमान में अपने राज्य में नहीं हैं और इस लॉकडाउन के दौरान भारत के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं.
भारत को लगा बड़ा झटका, गंवाई 2021 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी
भारत ने पुरुषों की विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप 2021 की मेजबानी गंवा दी. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ मेजबानी की फीस नहीं भर सका था. लिहाजा, अब वो इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं कर पाएगा. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ ने साल 2017 में किया गया करार तोड़कर अब सर्बिया को मेजबानी सौंपी है.
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने स्वीकार किया कि विलंब हुआ है, लेकिन कहा कि पैसा किस खाते में भेजना है, इसे लेकर मसले सुलझाने में एआइबीए के नाकाम रहने के कारण यह प्रक्रियागत पेचीदगियां पैदा हुईं. भारत पहली बार इस चैम्पियनशिप की मेजबानी मिलने वाली थी.
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