World Blood Donor Day 2022: दुनियाभर में हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस (World Blood Donor Day) मनाया जाता है. बता दें इस दिन को विश्व रक्तदान दिवस के नाम से भी जाना जाता है. इस साल मेक्सिको अपने नेशनल ब्लड सेंटर के माध्यम से विश्व रक्तदाता दिवस 2022 (World Blood Donor Day 2022) की मेजबानी करेगा.
यह दिवस उन लोगों के योगदान का भी सम्मान करता है, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों में खुद से तथा बिना पैसे लिए ब्लड डोनेट करते हैं. इस दिवस का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा रक्तदाताओं के सुरक्षित जीवन रक्षक रक्त के दान करने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करते हुए आभार व्यक्त करना है.
🩸 Today is #WorldBloodDonorDay 🅰️🅱️🅾️🆎
— World Health Organization (WHO) (@WHO) June 13, 2022
Safe blood help treat people suffering from a range of diseases, of from injury from accidents, natural disasters and armed conflict https://t.co/17YYtcnYnV#GiveBlood🩸 pic.twitter.com/UCspLFclES
World Blood Donor Day 2022 Theme: विश्व रक्तदाता दिवस की थीम
इस साल विश्व रक्तदाता दिवस की थीम (World Blood Donor Day 2022 Theme) है, "रक्तदान एकजुटता का काम है. प्रयास में शामिल हों और जीवन बचाएं. इस दिवस के लिए प्रत्येक साल डब्ल्यूएचओ एक विषय तय करता है.
World Blood Donor Day: रक्तदान में भारत पीछे क्यों?
भारत विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश होने के बावजूद रक्तदान में बहुत पीछे है. विश्व के इस सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में अभी भी बहुत से लोग यह समझते हैं कि ब्लड दान से शरीर कमज़ोर हो जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार भारत में सालाना एक करोड़ यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है लेकिन उपलब्ध मात्र 75 लाख यूनिट ही हो पाता है. अर्थात लगभग 25 लाख यूनिट रक्त के अभाव में प्रत्येक साल सैंकड़ों रोगी दम तोड़ देते हैं.
World Blood Donor Day 2022 Quotes: क्यों मनाया जाता है विश्व रक्तदाता दिवस?
दुनियाभर में कहीं भी जरुरतमंद व्यक्ति हेतु ब्लड की जरुरत को पूरा करने के लिए विश्व रक्त दाता दिवस (World Blood Donor Day) मनाया जाता है. ये अभियान हरेक साल लाखों लोगों की जान बचाता है तथा रक्त प्राप्त करने वाले व्यक्ति के चेहरे पर एक प्राकृतिक मुस्कुराहट देता है.
इस दिवस का उद्देश्य
विश्व भर में ब्लड की कमी को खत्म करने हेतु रक्तदान दिवस मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य रक्तदान को प्रोत्साहित करना एवं उससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है. बता दें रक्त दान करने से शरीर में ब्लड की कोई कमी नहीं आती है. हर तीसरे महीने में कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है.
रक्तदान दिवस 14 जून को ही क्यों मनाया जाता है?
बता दें यह दिवस शरीर विज्ञान में नोबल पुरस्कार प्राप्त कर चुके वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन की याद में दुनियाभर में मनाया जाता है. 14 जून 1868 को महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन का जन्म हुआ था. उन्होंने मानव ब्लड में उपस्थित एग्ल्युटिनिन की मौजूदगी के आधार पर रक्तकणों का ए, बी और ओ समूह की पहचान की थी. रक्त के इस वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में अहम योगदान दिया. महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन को इसी खोज के लिए साल 1930 में नोबल पुरस्कार दिया गया था. उनकी इसी खोज से आज करोड़ों से ज्यादा रक्तदान प्रतिदिन होते हैं तथा लाखों की जिंदगियां बचाई जाती हैं.
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