World Economic Forum 2023: विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक दावोस, स्विट्जरलैंड के स्विस रिसॉर्ट में आयोजित की जा रही है. इस बैठक में G20 और G7 देशों सहित 130 देशों के 2,700 से अधिक नेता शामिल हो रहे है.
WEF की यह पांच दिवसीय वार्षिक बैठक 16 जनवरी, 2023 से शुरू हुई है जो 20 जनवरी को समाप्त होगी. यह फोरम वैश्विक चुनौतियों और प्राथमिकताओं पर प्रभावी चर्चा के लिए विभिन्न देशों के प्रमुखों और बिजनेसमैन को एक मंच प्रदान कर रहा है.
WEF की वार्षिक बैठक 16 जनवरी से 20 जनवरी तक आयोजित की जाएगी. WEF की स्थापना 1971 में जर्मन अर्थशास्त्री क्लॉस श्वाब द्वारा की गयी थी.
World Economic Forum 2023 - 'Cooperation in a Fragmented World'
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WEF 2023 थीम:
इस बार फोरम, दुनिया भर के नेताओं का ध्यान आर्थिक संकट, ऊर्जा और खाद्य संकट, क्लाइमेट चेंज और बढ़ती जनसंख्या की ओर आकर्षित करना चाहता है. साथ ही प्रभावी कदम उठाने का भी आह्वान कर रहा है. यह बैठक 'कोऑपरेशन इन ए फ्रैगमेंटेड वर्ल्ड' (Cooperation in a Fragmented World) थीम पर आधारित है.
वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम 2023, हाइलाइट्स:
दुनिया भर के 130 देशों का प्रतिनिधित्व स्विट्जरलैंड का दावोस कर रहा है जो स्विस आल्प्स का एक सुन्दर शहर है.
वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की 53वीं वार्षिक बैठक का मुख्य फोकस वैश्विक चुनौतियों के समाधान के साथ साथ पब्लिक-प्राइवेट कोऑपरेशन पर है.
इस साल, दावोस 52 देशों के राष्ट्र प्रमुखों सहित लगभग 600 सीईओ इस वैश्विक सम्मेलन में भाग ले रहे है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) और जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ (Olaf Scholz) उन प्रमुख हस्तियों में शामिल हैं जो इस वर्ष इस सम्मेलन में भाग ले रहे है.
इस साल के प्रमुख टॉकिंग पॉइंट:
द कास्ट ऑफ़ लिविंग क्राइसिस (The cost of living crisis): WEF के विशेषज्ञ 2023 को "बहुसंकट के वर्ष" के रूप में वर्णित कर रहे है और यह मान रहे है कि 2023 मानव समाज के लिए और अधिक चुनौतियाँ पेश करने वाला है.
यूक्रेन में जारी युद्ध: यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष ने सम्पूर्ण विश्व के सामने कई प्रकार की चुनौतियाँ खड़ी कर दी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे.
द क्लाइमेट क्राइसिस (The climate crisis): एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता पहले ही दावोस में पहुँच चुके है. बढ़ते क्लाइमेट क्राइसिस के बीच WEF के इस मंच से पर्यावरण सुरक्षा को लेकर भी अहम् बैठक होने की संभावना है. एनवायरनमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थुनबर्ग को पिछले वर्षों में इस कार्यक्रम में अपनी बात रखने के लिए आमंत्रित किया गया था.
बढ़ता खाद्य संकट (The growing food crisis): वैश्विक स्तर पर बढ़ता खाद्य संकट मुद्दा विश्व आर्थिक मंच के इस सम्मेलन के प्रमुख मुद्दों में से एक है. खाद्य असुरक्षा को भी अन्य चुनौतियों के साथ सूचीबद्ध किया गया है. बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं के कारण वैश्विक खाद्य संकट आज दुनिया भर के देशों के सामने चुनौती बनकर खड़ा है जिस पर सकारात्मक कदम उठाने की आवश्कता है.
दावोस 2023 में भारत:
भारत की ओर से इस सम्मेलन में चार केंद्रीय मंत्रियों और तीन मुख्यमंत्रियों के भाग लेने की उम्मीद है. इन केंद्रीय मंत्रियों में अश्विनी वैष्णव, आरके सिंह, मनसुख मंडाविया और स्मृति ईरानी शामिल है.
इस सम्मेलन में भारत की भागीदारी इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि भारत इस वर्ष G20 की अध्यक्षता भी कर रहा है. इसके तहत इस सम्मेलन में सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत के पक्ष का एक अहम् प्रभाव होगा.
डिजिटल सितारों के प्रतिनिधिमंडल में प्राजक्ता कोली उर्फ 'मोस्टली सेन' (Prajakta Koli, aka ‘Mostly Sane’) शामिल हैं, जो वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.
It's day 1 of #wef23, and our first daily podcast of the week is live. Hear from @borgebrende, @LindaLacina, @KayFButterfield, Cathy Li, Joseph Tawadros and James Tawadros on what to expect.https://t.co/bNVteuAyrJ pic.twitter.com/nbBXIHXGIP
— World Economic Forum (@wef) January 16, 2023
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