हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index) 2024 के तहत दुनिया के देशों की पासपोर्ट रैंकिंग जारी कर दी गयी है. इस रैंकिंग में भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग पिछले साल की तुलना में एक पायदान नीचे गिरकर 85वीं हो गयी है.
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स हर साल लंदन की कंपनी हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी किया जाता है. यह रैंकिंग किसी भी देश के पासपोर्ट की ताकत को दर्शाता है कि उस देश के नागरिक बिना वीजा कितने देशों की यात्रा कर सकते है.
छह देश संयुक्त रूप से टॉप पर:
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स देशों को उनके पासपोर्ट की ताकत के आधार पर रैंक करता है. इस रैंकिंग में छह देश (फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, जापान और सिंगापुर) सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देश बनकर उभरे है. इन छह देशों के वीजा धारक पूरी दुनिया में 194 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते है.
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क्या है रैकिंग का आधार:
चलिये अब यह जानते है कि इस रैंकिंग को किस आधार पर तैयार किया जाता है. इस रैंक को तैयार करने के लिए इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के आंकड़ों का उपयोग किया जाता है जिससे पता चलता है कि कितने देश किस देश के वीजा धारक को वीज़ा-मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करते है.
टॉप रैंकिंग वाले देश दुनिया भर के 227 गंतव्यों में से 194 स्थानों पर बिना वीजा के यात्रा कर सकते है. ऐसे में हम कह सकते है कि फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, जापान और सिंगापुर के नागरिक दुनिया में सर्वाधिक जगह बिना वीजा के यात्रा कर सकते है.
भारतीय पासपोर्ट की क्या है ताकत?
भारत पिछली रैंकिंग की तुलना में एक स्थान नीचे फिसलकर 85वें स्थान पर आ गया है. लेकिन इस बार भारत के वीज़ा-मुक्त गन्तव्यों की संख्या में इजाफा हुआ है. पहले भारतीय पासपोर्ट धारक 60 देशों की यात्रा बिना वीजा के कर सकते थे. लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 62 हो गयी है.
पिछले साल, श्रीलंका, थाईलैंड और केन्या जैसे देशों ने भारत को अपनी वीज़ा-मुक्त लिस्ट में जोड़ा था. इस साल की बात करें तो ईरान ने भी भारतीय पर्यटकों के लिए वीज़ा-मुक्त नीति को मंजूरी दे दी है.
दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट:
रैंक | देश | वीजा-मुक्त ट्रेवल |
1 | फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सिंगापुर, स्पेन | 194 |
2 | फ़िनलैंड, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, स्वीडन | 193 |
3 | ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड, लक्ज़मबर्ग, यूनाइटेड किंगडम | 192 |
4 | बेल्जियम, नॉर्वे, पुर्तगाल | 191 |
5 | ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, माल्टा, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड | 190 |
6 | कनाडा, चेक रिपब्लिक, पोलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका | 189 |
7 | हंगरी, लिथुआनिया | 188 |
8 | एस्टोनिया | 187 |
9 | लातविया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया | 186 |
10 | आइसलैंड | 185 |
भारत के पड़ोसी देशों की रैंकिंग:
पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो पिछले साल की तरह 106वें रैंक पर बना हुआ है. वहीं बांग्लादेश 101वें स्थान से फिसलकर 102वें स्थान पर चला गया है. श्रीलंका 101वें स्थान पर है. नेपाल की रैंक 103वीं है. मालदीव 58वें रैंक पर है. वहीं भूटान की बात करें तो 92वें स्थान पर है.
कैसे की जाती है पासपोर्ट की रैंकिंग:
विभिन्न देशों की रैंकिंग जानने के बाद अपने मन में यह सवाल जरुर आया होगा कि इस रैंकिंग को कैसे तैयार किया जाता है औए इसका क्या आधार है. यह रैंकिंग इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा पर आधारित होता है. जो दुनिया के अलग देशों के पासपोर्ट और ट्रैवल डेस्टिनेशन की ट्रेवल हिस्ट्री के आधार पर तैयार किया जाता है. रैंकिंग के लिए पिछले 19 साल के रिकॉर्ड को स्टडी की जाती है जिसके बाद यह रैंकिंग तैयार की जाती है.
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