भारत सरकार ने 31 अगस्त 2013 को टेक्नीकल टेक्सटाइल हेतु 12वीं योजना के दौरान परिव्यय में 700 करोड़ रुपये की वृद्धि की. इस राशि का उपयोग टेक्नीकल टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं में परिव्यय के लिए किया जाना है. इस वृद्धि का उद्देश्य टेक्नीकल टेक्सटाइल क्षेत्र को बढ़ावा देना है.
विदित हो कि बारहवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान भारतीय टेक्नीकल टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए 11952 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. हालांकि 2013-14 के लिए 2400 करोड़ रुपये का आवंटन निर्धारित था.
भारतीय टेक्नीकल टेक्सटाइल क्षेत्र का बाजार 2013-14 के लिए 91236 करोड़ रुपये अनुमानित है जो कि वर्ष 2007-08 के 42000 करोड़ रुपये के स्तर से काफी अधिक बढ़ चुका है. वर्ष 2013-14 के लिए टेक्नीकल टेक्सटाइल क्षेत्र का निर्यात 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर पहुंचने का अनुमान लगाया गया है.
टेक्नीकल टेक्सटाइल क्षेत्र के वर्ष 2016-17 तक 1.58 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है. साथ ही, इस क्षेत्र में रोजगार वर्ष 2016-17 तक 13 प्रतिशत वार्षिक की वृद्धि दर से 25 लाख पहुंचना अनुमानित है.
टेक्नीकल टेक्सटाइल
टेक्नीकल टेक्सटाइल के अंतर्गत ऐसी सामग्री और उत्पाद शामिल हैं जिनका इस्तेमाल तकनीकी कार्य निष्पादन और व्यावहारिक संपत्तियों के लिए किया जाता है। इनमें टायर का धागा, फैब्रिक्स, एयरबैग्स, औद्योगिक टेक्सटाइल, फर्नीचर लाइनिंग, तम्बू, अग्निशमन उपकरण, बुलेटप्रूफ जैकेट, पैराशूट आदि शामिल हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation