केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ व वाराणसी तथा दक्षिण भारत के तिरुचिरापल्ली, मंगलूर और कोयंबटूर समेत देश के पांच हवाई अड्डों को पूर्ण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा 4 अक्टूबर 2012 को दे दिया.
यह दर्जा पाने के बाद इन पांचों हवाई अड्डों पर सुविधाओं का विस्तार होगा तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का दायरा बढ़ जाएगा. इससे इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.
इन पांचों हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में उन्नत करने से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं. आधुनिकीकरण के बाद यहां से चीन, कोरिया, सिंगापुर, हांगकांग, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, यूरोप, अमेरिका आदि के शहरों को सीधी उड़ानें संभव होंगी.
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