भारतीय भाषाओं में इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए गूगल ने मीडिया और तकनीकी कंपनियों तथा सरकार के सहयोग से भारतीय भाषा इंटरनेट गठबंधन (आईएलआईए) बनाने की 3 नवंबर 2014 को घोषणा की.
इसे डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट हिंदीवेब डॉट कॉम (www.hindiweb.com) वेबसाइट पर लॉग इन करके देखा जा सकता है. यह वेबसाइट एक बार में अलग-अलग श्रेणियों जैसे ब्लॉग, समाचार, संगीत-मनोरंजन, खेल, शिक्षा, ज्ञान, फैशन-सौन्दर्य, स्वास्थय, टेक्नोलॉजी, भक्ति और पुस्तक-पत्रिकाओं जैसे कंटेंट के साथ तैयार किया गया. इसके साथ ही गूगल हिंदी भाषी लोगों को ध्यान में रखकर एंड्रायड यूजरों के लिए फ्री वर्चुअल हिंदी कीबोर्ड तैयार किया.
आईएलआईए में सामग्री प्रदाताओं में गूगल के अलावा जागरण प्रकाशन लिमिटेड, एबीपी न्यूज़, अमर उजाला पब्लिकेशंस लिमिटेड, सी-डैक (सी-डैक), डीबी डिजिटल, हिंखोज, टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड, लिंग्वानेक्स्ट टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड, एनडीटीवी, नेटवर्क 18, वनइंडिया डॉट कॉम, पत्रिका समूह, प्रोस्ट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, प्रक्रिया नाइन टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड, माया भाषा टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड, न्यूजहंट और वेबदुनिया डॉट कॉम शामिल हैं. यह समूह आनलाइन भारतीय (इंडिक) भाषा में कंटेंट को बढावा देने के लिए बनाया गया.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा,‘अगर इंटरनेट भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होता है तो इंटरनेट इस्तेमाल बढ़कर 50 करोड़ तक हो जाएगा और यह संभव है. इससे भारत सरकार के डिजिटल इंडिया पहल के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी. इन प्रयासों के तहत गूगल ने एक नई वेबसाइट ‘हिंदीवेब’ शुरू की है जो हिंदी सामग्री ढूंढने में मदद करेगी. गूगल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (सर्च) अमित सिंघल ने कहा,‘भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण बाजार है और यह बहुत तेजी से बढ रहा है. इंटरनेट में सुधार हो रहा है इसलिए ही हम इंटरनेट को एक अरब और लोगों तक ले जाना चाहते हैं.’
भारत में लगभग 20 करेाड़ इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. हर महीने 50 लाख नये यूजर शामिल होते हैं और इनमें से 100 प्रतिशत मोबाइल फोन के जरिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस गति से भारतीय यूजर्स की बढ़ती संख्या के लिहाज से अगले 12 महीने में भारत अमेरिका को पीछे छोड़ देगा. ऐसा माना जाता है कि देश में केवल 19.8 करोड़ लोग ही अंग्रेजी की जानकारी रखते हैं और उनमें से ज्यादातर पहले से ही इंटरनेट पर हैं. इसे ध्यान में रखते हुए भारतीय भाषा इंटरनेट गठबंधन (आईएलआईए) बनाया गया.
गूगल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टंर रंजन आनंदन ने बताया कि इस पहल से वर्ष 2017 तक गूगल अपने 500 मिलियन यूजरों के लक्ष्य को पूरा कर लेगी. जो फिलहाल करीब 200 मिलियन है. उन्होंने बताया कि लगभग 5 मिलियन यूजर प्रतिदिन मोबाइल के जरिए गूगल से जुडते हैं, जबकि वे कि अंग्रेजी भाषी नहीं होते हैं. उन्होंने बताया कि भारत में 400 मिलियन लोगों के हिंदी भाषा का इस्तेमाल करने के बावजूद भी यहां केवल 22,000 विकीपीडिया पेज हैं जो हिंदी में हैं.
लांच के मौके पर उपस्थित सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा 'हम गूगल की इस नई पहल का स्वागत करते हैं. हम भारतीय नई टेक्नोलॉजी के लिए अनुकूलित हैं, निश्चित ही यह हमारे लिए लाभदायक साबित होगी.' फिलहाल गूगल ने 15 पार्टनर के साथ मिलकर इस मिशन को आगे बढाने की पहल की है. इसमें जल्द ही और पार्टनरों के जुडने की संभावना है. गूगल अन्य भाषाओं जैसे तमिल, मराठी और बांग्ला में भी यह फीचर लाने पर विचार कर रही है.
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