ग्रेट सोल महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया - जोसफ लेलीवेल्ड
पुलित्जर पुरस्कार विजेता और अमेरिकी लेखक जोसफ लेलीवेल्ड ने ग्रेट सोल महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया नामक महात्मा गांधी की जीवनी लिखी. ग्रेट सोल महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया में लेखक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के निजी जीवन को लेकर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं. इसके संदर्भ में लेखक जोसफ लेलीवेल्ड ने गांधीजी द्वारा लिखे कुछ पत्रों का जिक्र किया है.
पुलित्जर पुरस्कार विजेता जोसफ लेलीवेल्ड ने ग्रेट सोल महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया में गांधीजी और हरमन कालेनबाख नामक एक जर्मन-यहूदी बॉडीबिल्डर प्रेमी व वास्तुविद् के संबंधों का जिक्र किया. हालांकि जोसफ लेलीवेल्ड ने इस पुस्तक में महात्मा गांधी को नस्लवादी या उभयलिंगी कहने के आरोपों का खंडन किया है.
ग्रेट सोल महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया नामक महात्मा गांधी की जीवनी अमेरिकी बाजार में 29 मार्च 2011 को उतारी गई, जबकि भारत में यह पुस्तक अभी तक बाजार में नहीं आई है. भारत में इस पुस्तक और उसके लेखक की जबरदस्त आलोचना की जा रही है, साथ ही महाराष्ट्र विधानपरिषद में कई सदस्यों ने इस किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने भी इस पुस्तक को भारत में प्रतिबंधित करने पर बल दिया.
अमेरिकी लेखक जोसफ लेलीवेल्ड को वर्ष 1986 में लिखी उनकी पुस्तक मूव योर शैडो के लिए पुलित्जर पुरस्कार मिला था. जोसफ लेलीवेल्ड न्यूयार्क टाईम्स के कार्यकारी संपादक भी रहे.
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