भारतीय फुटबॉल टीम के स्ट्राइकर बाइचुंग भूटिया ने भारतीय फुटबॉल टीम की ओर से अपना अंतिम मैच जर्मनी के बायर्न म्यूनिख के विरुद्ध खेला. 10 जनवरी 2012 को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में बाइचुंग भूटिया ने 15 नंबर की जर्सी पहनकर देश का प्रतिनिधित्व किया. बायर्न म्यूनिख ने भारतीय फुटबॉल टीम को 4-0 से हराया.
इस मैच से मिलने वाली राशि सिक्किम के भूंकप पीड़ितों की मदद के लिए दी जानी है. वर्ष 2011 में सिक्किम के करिश्माई फुटबॉल खिलाड़ी बाइचुंग भूटिया ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से सन्यास ले लिया था. अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में उन्होंने अंतिम मैच दोहा में एशिया कप में दक्षिण कोरिया के खिलाफ जनवरी 2011 में खेला था.
भारतीय फुटबॉल टीम के स्ट्राइकर सुनील छेत्री को बाइचुंग भूटिया के विदाई वाले मैच के दौरान एआइएफएफ के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर का पुरस्कार मिला. सुनील छेत्री को एआइएफएफ अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने ब्रेक के दौरान यह पुरस्कार प्रदान किया. उन्हें रजत पट्टिका और दो लाख रुपये का चेक दिया गया. सुनील छेत्री ने 2011 में 13 अंतरराष्ट्रीय गोल और 11 गोल क्लबों के लिए किए. ज्ञातव्य हो कि बाइचुंग भूटिया 1995 के बाद से लगातार 16 साल तक राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते रहे थे.
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