बेल्जियम के भौतिक विज्ञानी फ्रांस्वा इंगलर्ट और ब्रिटेन के पीटर हिग्स का संयुक्त रूप से वर्ष 2013 के भौतिकी क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार हेतु चयन किया गया. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस ने स्टॉकहोम में दोनों वैज्ञानिकों के नामों की घोषणा 8 अक्टूबर 2013 को की. दोनों वैज्ञानिकों को 10 दिसम्बर 2013 को स्टॉकहोम में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाना है.
इन दोनों वैज्ञानिकों का चयन परमाणु से छोटे कणों के द्रव्यमान को समझाने की प्रक्रिया की सैद्धांतिक खोज (हिग्स बोसॉन या गॉड पार्टिकल) करने के लिए किया गया. वर्ष 2012 में हिग्स पार्टिकल की खोज से इन वैज्ञानिकों के सिद्धांतों की पुष्टि हुई थी. स्विट्जरलैंड स्थित यूरोपीय सेंटर फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न) के वैज्ञानिकों ने पांच दशक से जारी हिग्स बोसॉन या गॉड पार्टिकल खोजने के अभियान में महत्त्वपूर्ण सफलता मिलने की घोषणा 4 जुलाई 2012 को की थी.
हिग्स बोसॉन क्या है?
गॉड पार्टिकल के बारे में माना जाता है कि यह उन कणों को द्रव्यमान प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है, जिससे 13.7 अरब वर्ष पहले हुए बिग बैंग (महाविस्फोट) के बाद अंतत: तारों और ग्रहों का निर्माण हुआ.
यह उप परमाणु कण है. इसे ‘गॉड पार्टिकल’ भी कहा जाता है. इस कण की खोज के लिए हज़ारों वैज्ञानिकों को लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर में प्रोटॉनों की टक्कर से मिले काफ़ी लंबे-चौड़े आंकड़ों का विश्लेषण करना पड़ा था. 10 खरब में से एक टक्कर से ही एक हिग्स-बोसॉन मिल पाता है. लार्ज हैड्रॉन स्विटज़रलैंड और फ्रांस की सीमा पर 27 किलोमीटर में फैला हुआ है. हिग्स बोसॉन की खोज ने द्रव्यमान की उपस्थिति की गुत्थी सुलझाने में मदद की है.
फ्रांस्वा इंगलर्ट से संबंधित मुख्य तथ्य
फ्रांस्वा इंगलर्ट यूनिवर्सिटे लिबरे डे ब्रुक्सेल्लेस, ब्रुसेल्स, बेल्जियम कार्यरत हैं. इनका जन्म वर्ष 1932 में हुआ. फ्रांस्वा इंगलर्ट उन कई भौतिक विज्ञानियों में शामिल हैं जिन्होंने वर्ष 1964 में ब्रह्मांड में मूलभूत पदार्थ की सरंचना को लेकर एक प्रक्रिया का सुझाव दिया था.
पीटर हिग्स से संबंधित मुख्य तथ्य
पीटर हिग्स एडिनबरा विश्वविद्यालय में सैद्धांतिक भौतिकी के अवकाश प्राप्त मानद प्रोफ़ेसर हैं. पीटर हिग्स उन कई भौतिक विज्ञानियों में शामिल हैं जिन्होंने वर्ष 1964 में ब्रह्मांड में मूलभूत पदार्थ की सरंचना को लेकर एक प्रक्रिया का सुझाव दिया था. इस प्रक्रिया में एक कण ‘हिग्स बोसॉन’ होने का अनुमान लगाया गया था.
भौतिकी नोबेल पुरस्कार 2012
वर्ष 2012 का भौतिकी के नोबेल पुरस्कार के लिए फ्रांसीसी वैज्ञानिक सर्गे हरोशे और अमेरिकी शोधकर्ता डेविड जे वाइनलैंड का चयन (संयुक्त रूप से) किया गया था. इन दोनों वैज्ञानिकों का चयन पृथक क्वांटम प्रणाली के मापन और परिवर्तन की क्षमता वाला महत्त्वपूर्ण प्रयोग करने के लिए किया गया था. इनके इस महत्त्वपूर्ण सिद्धांतों के द्वारा नए तरह के सुपरफास्ट कंप्यूटर के निर्माण की दिशा में अनुसंधान का रास्ता खुल गया.
भौतिकी नोबेल पुरस्कार से संबंधित मुख्य तथ्य
• वर्ष 1901 से वर्ष 2013 के मध्य 107 भौतिकी नोबेल पुरस्कार दिए गए हैं.
• 47 लोगों को भौतिकी नोबेल पुरस्कार एकल रूप से प्रदान किया गया.
• 31 भौतिकी नोबेल पुरस्कार दो लोगों को संयुक्त रूप से और 29 भौतिकी नोबेल पुरस्कार तीनों लोगों को संयुक्त रूप से प्रदान किए गए हैं.
• वर्ष 1901 से वर्ष 2013 के मध्य कुल 195 लोगों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला है. जॉन बार्डीन एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें दो बार यह पुरस्कार मिला है. उन्हें वर्ष 1956 और वर्ष 1972 में यह पुरस्कार दिया गया. जॉन बार्डीन को मिलाकार यह संख्य 196 होती है, क्योंकि उन्हें दो बार यह पुरस्कार मिला.
• यह पुरस्कार केवल दो महिला को दिया गया है. वर्ष 1903 में मैरी क्यूरी और वर्ष 1963 में मारिया गोएप्पेर्ट-मेयर को.
• लॉरेंस ब्रैग इस पुरस्कार को पाने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं, उन्हें वर्ष 1915 में 25 वर्ष की आयु में उनके पिता के साथ संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया था.
• वर्ष 1916, 1931, 1934, 1940, 1941 और 1942 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्रदान नहीं किया गया.
• पहला भौतिकी नोबेल पुरस्कार वर्ष 1901 में विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन को दिया गया था.
• रेमंड डेविस जूनियर भौतिकी नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति हैं. उन्हें यह पुरस्कार 88 वर्ष की आयु में वर्ष 2002 में दिया गया था.
नोबेल पुरस्कार से संबंधित मुख्य तथ्य
इसकी शुरुआत स्वीडन के वैज्ञानिक और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल के द्वारा वर्ष 1895 में लिखी वसीयत में की गई थी. वर्ष 1901 में पहली बार भौतिकी, रसायन शास्त्र, चिकित्सा या कार्यिकी, साहित्य और शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था.
नोबेल पुरस्कार के रूप में 80 लाख स्वीडिश ब्रोकर यानि करीब 7.5 करोड रूपये की राशि प्रदान की जाती है. वित्तीय संकट के कारण नोबेल फाउंडेशन ने वर्ष 2012 के पुरस्कार राशि में 20 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया था.
हिग्स बोसॉन या गॉड पार्टिकल खोजने के अभियान में महत्त्वपूर्ण सफलता...
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