भारत और किर्गिस्तान ने 12 जुलाई 2015 को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने हेतु चार समझौतों ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
इन समझौतों पर 11 जुलाई से 12 जुलाई 2015 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय किर्गिस्तान यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए. प्रधानमंत्री मोदी किर्गिस्तान गणराज्य के राष्ट्रपति अलमाजबेक अतमबायेव के निमंत्रण पर किर्गिस्तान की सरकारी यात्रा पर है.
- रक्षा सहयोग हेतु समझौता: रक्षा समझौते के तहत रक्षा, सुरक्षा, सैन्य शिक्षण तथा प्रशिक्षण, संयुक्त सैन्य अभ्यास, अनुभवों तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान, सैन्य निर्देश तथा पर्यवेक्षण के आदान-प्रदान से संबंधित मुद्दे शामिल हैं.
- चुनाव के क्षेत्र में आपसी समझ और सहयोग हेतु समझौता: दोनों देशों के चुनाव आयोगों के बीच समन्येव बढ़ाने और आर्थिक संबंध मजबूत करने के लिए मानदंडों को बेहतर बनाने की दिशा में भी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
- मानकों के क्षेत्र में सहयोग हेतु दोनों देशों के बीच समझौता: आपसी व्यापार में मानकीकरण, अनुरूपता मूल्यांकन और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग बढ़ाने हेतु किर्गिस्तान की अर्थव्यवस्था के मंत्रालय और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के बीच समझौता हुआ.
- संस्कृति में सहयोग हेतु समझौता: सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, लोक कला के संगठन, थिएटर, युवा त्योहारों और प्रकाशन और साहित्य के प्रकाशन और अनुवाद के क्षेत्र में सहयोग, खेल और शारीरिक संस्कृति, अभिलेखीय सामग्री, इतिहास के आदान-प्रदान, भूगोल आदि के क्षेत्र में सहयोग हेतु दोनों देशों के बीच समझौता हुआ.
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