भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट टीम ने 7 दिसंबर 2014 को गत चैंपियन पाकिस्तान को हराकर चौथा दृष्टिहीन क्रिकेट विश्व कप जीता. भारतीय टीम के कप्तान शेखर नाईक थे.
दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन स्थित वैली विल्सन क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित फाइनल में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 40 औवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 389 रन बनाए. पाकिस्तान के 389 रन के जवाब में भारत ने 39.4 औवरो में 5 विकेट खोकर लक्ष्य प्राप्त कर लिया. सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हराया जबकि भारत ने श्रीलंका को हराया था.
दृष्टिहीन क्रिकेट विश्व कप पहली बार वर्ष 1998 में खेला गया था जिसे दक्षिण अफ्रीका ने जीता था. पाकिस्तान ने वर्ष 2002 और वर्ष 2006 में दृष्टिहीन क्रिकेट विश्व कप जीता था. दृष्टिहीन क्रिकेट विश्व कप के चौथे संस्करण में श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड और मेजबान दक्षिण अफ्रीका की टीमें शामिल थीं.
भारत में दृष्टिहीन क्रिकेट
भारत में नेत्रहीन क्रिकेटरों की संख्या 22000 है. पाकिस्तान में 4000 और दक्षिण अफ्रीका में 200 नेत्रहीन क्रिकेटर हैं. भारत में दृष्टिहीनों के लिए क्रिकेट संघ 'समर्थनम' ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है. समर्थनम बेंगलुरु स्थित गैर सरकारी संगठन है जो शारीरिक रूप से वंचित लोगों को खेल के प्रति प्रोत्साहित करती है. समर्थनम की खेल विंग शतरंज, वॉलीबॉल, टेनिस, कबड्डी, टेबल टेनिस और एथलेटिक्स पर भी काम करती है.
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