8वां यूरोपीय संसदीय चुनाव (2014) 25 मई 2014 को संपन्न हुआ. चुनावों में औसत मतदान प्रतिशत 43.1 प्रतिशत रहा जो वर्ष 2009 के चुनावों के 43 प्रतिशत से अधिक रहा. यूरोपीय चुनावों के लिए यूरोपीय संघ (ईयू) के 28 सदस्य देशों में मत डाले गए. यह चुनाव ग्रेट ब्रिटेन और जिब्राल्टर सहित 11 क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों हेतु यूरोपीय संसद (एमईपी) के 751 सदस्यों के चुनाव के लिए आयोजित किये गए.
यूनाइटेड किंगडम में, निगेल फारगे के नेतृत्व में एंटी ईयू एवं एंटी इमीग्रेशन यूनाइटेड किंगडम इंडिपेंडेंस पार्टी (यूकेआईपी) ने मतदान के 27.5 प्रतिशत मतों के साथ भारी जीत दर्ज की. इस पार्टी ने ब्रिटेन के यूरोपीय संसद में 73 सीटों में से 24 सीटें प्राप्त की.
लेबर पार्टी 25.4 फीसदी मतों एवं 20 यूरोपीय संसद सदस्यों के साथ दूसरे स्थान पर रही. कंज़र्वेटिव को केवल 24 फीसदी मत एवं सिर्फ 19 संसद सदस्यों से संतोष करना पड़ा. ग्रीन पार्टी को 7.87 फीसदी मत एवं 3 सीटें, स्कॉटिश नेशनल पार्टी को 2.46 फीसदी और 2 सीटें, लिबरल डेमोक्रेट का प्रदर्शन सबसे ख़राब रहा और उनको केवल 6.87 फीसदी मत और सिर्फ एक सीट प्राप्त हुई.
फ्रांस और जर्मनी दोनों में यूरोसेप्टिक मतों में वृद्धि देखी गयी. फ्रांस में, मरीन ली पेन की दक्षिण पंथी फ्रंट नेशनल पार्टी ने विजय प्राप्त की वहीं जर्मनी में क्रिश्चियन डेमोक्रेटस हालाँकि प्रमुख पार्टी रहीं लेकिन पिछली बार से कम सीटें प्राप्त हुई यूरोपीय संघ विरोधियों को सफलता मिली. डेनमार्क में, डेनिश पीपुल्स पार्टी ने विजय प्राप्त की, 27 प्रतिशत मत प्राप्त करके एवं अपने संसद सदस्यों की संख्या 2 से 4 तक पहुंचा दी.
स्पेन में सत्तारूढ़ पार्टी ने विपक्षी सोशलिस्ट पार्टी ने थोड़े से अंतर से जीत हासिल की, उसने जहाँ 54 में से 16 सीटों पर विजय प्राप्त की वहीं सोशलिस्ट पार्टी ने 14 सीटों पर विजय प्राप्त की. ग्रीस में एलेक्सिस त्सिप्रस के नेतृत्व वाली सिरिजा पार्टी विजयी दल के रूप में उभरी इसने 22.7 फीसदी मत प्राप्त किये वहीं न्यू डेमोक्रेसी पार्टी को 26.5 फीसदी मत प्राप्त हुए.
विश्लेषण
केंद्रीय दक्षिणपंथी यूरोपीय पीपुल्स पार्टी ने अधिकतर सीटों पर विजय प्राप्त की लेकिन बहुमत से काफ़ी कम बहुमत प्राप्त किया. डेनमार्क, फ्रांस, और ग्रेट ब्रिटेन में दक्षिणपंथी समूहों, जो यूरोपीय संघ का विरोध कर रहे थे को अभूतपूर्व जीत प्राप्त हुई हैं. दूसरी जगहों पर लोकप्रिय दलों ने महत्वपूर्ण सीटों पर जीत हासिल की हैं.
पूरा मिलाकर देखा जाये तो सभी सीटों के लगभग एक चौथाई पर यूरोपीय संघ के विरोध दलों ने विजय प्राप्त की. इस प्रकार, इस चुनाव को स्थापना विरोधी चुनाव के रूप में देखा जा सकता हैं. फ्रांस में, फ्रंट नेशनल पार्टी इस चुनाव में फ्रंट नेशनल पार्टी ने दोनों मुख्यधारा की पार्टियों को हरा दिया तथा 26 प्रतिशत मत प्राप्त किये.
अन्य प्रमुख विजयी दलों में एंटी ईयू एवं एंटी इमीग्रेशन यूनाइटेड किंगडम इंडिपेंडेंस पार्टी (यूकेआईपी) जिसने सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी को पराजित किया. ग्रीस में चरम वामपंथी पार्टी इन चुनावों में प्रमुख स्थापना विरोधी मंच के रूप में उभरी है; जर्मनी की नई पार्टी द्वारा उल्लेखनीय विजय हासिल की गईं हैं, यह यूरोजोन को लेकर संशयी हैं बल्कि यूरोपीय संघ खुद भी.
चुनाव की प्रक्रिया
यूरोपीय संसद के लिए चुनाव प्रत्येक पांच वर्षों में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार द्वारा भरे जाते हैं. 1979 से यूरोपीय संसद के लिए 751 यूरोपीय संसद सदस्य (एमईपी) सीधे चुने जाते हैं. प्रत्येक सदस्य देश को यूरोपीय संसद के सदस्यों (एमईपी) की एक निश्चित संख्या को चुनने का अधिकार है. यूरोपीय संधियों में सीटों का आवंटन अधोगामी समानता के सिद्धांत के आधार पर किया जाता हैं. अधिक जनसंख्या वाले देशों में छोटे देशों की तुलना में अधिक सीटें हैं, लेकिन सख्त समानुपात का पालन नहीं होता एवं छोटे देशों को अनुपात से अधिक सीटें मिलती हैं. लिस्बन संधि के अनुसार वर्ष 2014 के चुनाव के लिए एमईपी की संख्या माल्टा, लक्समबर्ग, साइप्रस और एस्टोनिया के लिए छह और जर्मनी के लिए 96 हैं.
मतदान प्रणाली
यूरोपीय संसद के सदस्यों (एमईपी) के चुनाव के लिए कोई एक समान वोटिंग प्रणाली नहीं है, बल्कि प्रत्येक सदस्य देश अपनी चयन करने के लिए किसी प्रणाली के लिए स्वतंत्र है. परन्तु यह तीन प्रतिबंधों के अधीन हैं:
• चुनाव प्रणाली को पार्टी सूची या एकल संक्रमणीय मत प्रणाली के अंतर्गत आनुपातिक प्रतिनिधित्व वाला होना चाहिए.
• चुनावी क्षेत्र विभाजित किया जा सकता है, यदि यह मतदान प्रणाली के आनुपातिक प्रकृति को प्रभावित नहीं करे तो.
• राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी चुनाव दहलीज पांच प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए.
मतदाता के लिए योग्यता
प्रत्येक सदस्य देश के लिए मतदान कर सकने योग्य व्यक्तिओं और यूरोपीय संसदीय उम्मीदवार बनने के लिए के लिए निर्धारित नियम अलग - अलग हैं. प्रत्येक यूरोपीय संघ के नागरिक जो यूरोपीय संघ के देश में निवास कर रहा हैं जिसका वह नागरिक नहीं हैं, को मतदान करने एवं उसकी / उसके निवासित देश के लिए यूरोपीय संसदीय चुनाव में एक उम्मीदवार के रूप में खड़ा होने का अधिकार हैं.
राष्ट्रपति चुनने के लिए प्रक्रिया
1 दिसंबर 2009 से प्रभाव में आयी लिस्बन संधि के अनुसार यूरोपीय संसद यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष का चुनाव यूरोपीय परिषद द्वारा लाये गए एक प्रस्ताव, जिसमें यूरोपीय चुनावों को ध्यान में रखा जायेगा के आधार पर करती हैं. यह प्रावधान 2014 के चुनावों के लिए पहली बार लागू किये गए हैं.
संसद के सात समूहों के नेताओं ने 27 मई 2014 को यूरोपीय आयोग के नए अध्यक्ष के नाम पर चर्चा करने के किए भेटवार्ता की.
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