The 150th Birth anniversary celebrations of Gurudev Rabindranath Tagore were jointly inaugurated today by Vice President of India, Hamid Ansari and Bangladesh Prime Minister Sheik Hasina in Dhaka. गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के 150वीं जयंती समारोह का ढाका में भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. यह समारोह बंगबंधु इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में 6 मई 2011 को आयोजित किया गया. दोनों देशों के इतिहास में अपनी तरह का यह पहला समारोह है. उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने बांग्लादेश की यात्रा की. वर्ष2010 में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा से दोनों देशों के आपसी संबंधों को बढ़ाने की रूपरेखा तैयार हुई थी. उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने बांग्लादेश के विकास कार्यों में सहयोग देने की भारत की वचनबद्धता दोहराई. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दक्षिण एशियाई क्षेत्र से गरीबी दूर करने के लिए मिल जुलकर प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया. शेख हसीना ने इस अवसर पर चार विशेष डाक टिकट भी जारी किए. उन्होंने उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को पद्मा नौका के चित्र भी भेंट किए. इस नौका में गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने बांग्लादेश में अपने प्रवास के दौरान कई साहित्यिक रचनाएं लिखी थीं. उद्घाटन समारोह में भारत और बांग्लादेश के कलाकारों और विशेषज्ञों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए. उद्घाटन समारोह के तुरंत बाद अंसारी विशेष विमान से नई दिल्ली रवाना हो गए.
भारत के राष्ट्रगान जन-गण-मन और बांग्लादेश के राष्ट्रगान आमार शोनार बांग्ला के रचयिता अमर लेखक और चित्रकार कवि गुरू रबीन्द्रनाथ टैगोर की कृतियां आज भी उतनी की प्रासंगिक हैं जितनी सौ वर्ष पहले थीं. यूरोप से लेकर अर्जेंटीना तक भ्रमण और लेखन, साहित्य में नोबल पुरस्कार पाने वाले महाकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर पहले गैर-पश्चिमी थे. कवि गुरू रवीन्द्रनाथ टैगोर ने 12 उपन्यास 3000 कविताएं और 210 से ज्यादा गीत लिखे. महान फिल्मकार सत्यजीत रे गुरूदेव को अपना आदर्श मानते थे. यह समारोह वर्षभर चलने वाले इस महोत्सव में बहुप्रतिभा धनी टैगोर के साहित्य से आज के युवा-पीढ़ी को परिचित कराने का प्रयास किया जायेगा. नई दिल्ली में गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के 150वीं जयंती समारोह का उद्घाटन समारोह में 6 मई 2011 को किया गया. इस समारोह में बांग्लादेश का प्रतिनिघित्व वहां के योजना मंत्री एके खांडकर ने किया.
विदित हो कि भारत और बंगलादेश ने वर्ष 2010 में ही गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की 150वीं जयंती संयुक्त रूप से मनाने का निर्णय लिया था.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation