महिलाओं के नेतृत्व वाले छह स्टार्टअप ने कोविड -19 श्री शक्ति चैलेंज जीता है. यह MyGov द्वारा UN महिलाओं के सहयोग से आयोजित किया गया था और इसे अप्रैल 2020 में लॉन्च किया गया था.
कोविड -19 श्री शक्ति चैलेंज को MyGov के मंच पर प्रस्तुत किया गया था. इसने ऐसे स्टार्टअप्स से आवेदन मंगवाए जो महिलाओं के नेतृत्व में संचालित किये जा रहे हैं.
यह कोविड -19 श्री शक्ति चैलेंज दो चरणों में लागू किया गया - प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट स्टेज और आइडिएशन स्टेज. इस चैलेंज को पूरे राष्ट्र से कुल 1265 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं.
कोविड -19 श्री शक्ति चैलेंज का उद्देश्य
यह कोविड -19 श्री शक्ति चैलेंज संयुक्त राष्ट्र (UN) की महिलाओं के नेतृत्व में ‘मेरी सरकार’ (MyGov) द्वारा महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को नवीन विचारों और समाधानों के साथ आने के लिए प्रोत्साहित और शामिल करने के लिए आयोजित किया गया था, जो कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में मदद कर सकेंगे या बड़ी संख्या में महिलाओं को प्रभावित करने में सक्षम होंगे.
विजेताओं का चयन: मुख्य विशेषताएं
- सभी प्राप्त आवेदनों की पूरी स्क्रीनिंग के बाद, 25 स्टार्टअप्स को जूरी के समक्ष अपनी प्रस्तुतियां (प्रेजेंटेशन्स) पेश करने के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था. इस जूरी में अटल इनोवेशन मिशन, संयुक्त राष्ट्र महिला भारत, और MyGov के अधिकारी शामिल थे.
- इसके बाद, अपने समाधान तैयार और प्रस्तुत करने के लिए चयनित किये गये 11 स्टार्टअप को समय दिया गया. अंतिम प्रस्तुतियां 27 अक्टूबर, 2020 को एक बार फिर, जूरी के समक्ष पेश की गईं.
- गहन चर्चा के बाद, जूरी ने शीर्ष 3 प्रविष्टियों को विजेताओं के तौर पर चुना और अतिरिक्त 3 प्रविष्टियों को ‘प्रॉमिसिंग सॉल्यूशंस’ के तौर पर मान्यता दी.
- शीर्ष 3 विजेताओं को 5 लाख रुपये का ईनाम देने के अलावा, संयुक्त राष्ट्र - महिला समूह ‘प्रॉमिसिंग सॉल्यूशंस’ के लिए चुने गए 3 स्टार्टअप्स को भी 2 लाख रुपये (प्रत्येक) इनाम देने के लिए सहमत हुआ.
कोविड -19 श्री शक्ति चैलेंज के शीर्ष 3 विजेता
- पी गायत्री हेला - वे बेंगलुरु में रेसाडा लाइफसाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड की संस्थापक हैं. यह सिंथेटिक रसायनों के बजाय पौधे के अर्क के उपयोग के साथ कृषि और घर-आधारित उत्पादों को तैयार करने के साथ ही इनके वितरण की व्यवस्था करता है.
- रोमिता घोष - वे एक कैंसर सर्वाइवर हैं और शिमला में आई हील हेल्थ टेक प्राइवेट लिमिटेड की संस्थापक हैं. यह स्टार्टअप एक हेल्थकेयर स्टार्टअप है जो कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे है.
- डॉ. अंजना रामकुमार और डॉ. अनुष्का अशोकन - वे थानमत्र इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड की उत्पाद प्रबंधक और सह-संस्थापक हैं. केरल में लि. इन्होनें एंटी-माइक्रोबियल समाधान का एक अभिनव समाधान प्रस्तुत किया है.
‘प्रॉमिसिंग सॉल्यूशंस’ के तौर पर 3 स्टार्टअप्स की पहचान
- वासंती पलानीवेल - वे बेंगलुरु में सेरगेन बायोथेरप्यूटिक्स प्राइवेट लिमिटेड की CEO और सह-संस्थापक हैं. एक वैज्ञानिक और शोधकर्ता के तौर पर, पलानीवेल ने कोविड - 19 वायरस के प्रभावों और लक्षणों का अध्ययन किया और यह पहचान की है कि, फेफड़े कोविड -19 में सबसे खराब संक्रमित अंगों में से एक थे.
- शिवि कपिल - वे एम्पैथी डिज़ाइन लैब्स, बेंगलुरु की सह-संस्थापक हैं. इनके लैब्स विभिन्न स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान केंद्रित करते हैं और ऐसी गर्भवती महिलाओं के लिए समाधान तैयार करने के लिए एक अवसर के तौर पर कोविड -19 महामारी को लेते हैं, जो अस्पतालों में नहीं जा सकती थीं.
- जया और अंकिता पाराशर (मां और बेटी) - वे STREAM माइंड्स की संस्थापक और सह-संस्थापक हैं. यह स्टार्टअप एक ऐजु-टेक कंपनी है जो पूरे भारत के बच्चों के बीच प्रौद्योगिकी, विज्ञान, गणित, पढ़ने/ लिखने और कला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करती है.
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