Assam-Meghalaya border dispute: असम और मेघालय के बीच 50 सालों से जारी सीमा विवाद (Assam-Meghalaya border dispute) सुलझ गया है. दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में 29 मार्च 2022 को समझौते पर हस्ताक्षर किए. असम और मेघालय के बीच 12 जगह सीमा पर विवाद है.
आपको बता दें कि पहले चरण में 6 विवादित सीमा स्थल को सुलझा लिया गया है, जबकि दूसरे चरण में बाकी के 6 जगह पर जल्द ही हस्ताक्षर होगा. इस समझौते को अमित शाह ने ऐतिहासिक बताया है. इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दोनों राज्यों की 70 प्रतिशत सीमा विवाद आज से मुक्त हो गई है. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे का विवाद भी हम बातचीत के जरिए सुलझा लेंगे.
प्रस्तावित सिफारिशों के मुताबिक, 36.79 वर्ग किमी भूमि के लिए असम 18.51 वर्ग किमी तथा शेष 18.28 वर्ग किमी मेघालय को देगा. असम और मेघालय की सरकारें 884 किलोमीटर की सीमा के साथ 12 अंतर क्षेत्रीय में से 06 में अपने सीमा विवादों को हल करने के लिए एक समझौता प्रस्ताव लेकर आई थीं.
#WATCH Assam CM Himanta Biswa Sarma and Meghalaya CM Conrad K Sangma sign an agreement to resolve the 50-year-old pending boundary dispute between their states, in the presence of Union Home Minister Amit Shah in Delhi pic.twitter.com/hnP6hs8yMm
— ANI (@ANI) March 29, 2022
70 फीसदी सीमा विवाद सुलझा
केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मौके पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज असम और मेघालय के बीच 50 साल पुराना लंबित सीमा विवाद सुलझ गया है. विवाद के 12 में से 6 जगहों के विवाद को सुलझा लिया गया है, जिसमें लगभग 70 प्रतिशत सीमा शामिल है. बाकी 6 जगहों का भी जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा. अमित शाह ने कहा कि 2014 से, पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए कई अहम प्रयास किए हैं.
असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद
मेघालय को साल 1972 में असम से अलग राज्य के रूप में बनाया गया था तथा इसने असम पुनर्गठन अधिनियम, 1971 को चुनौती दी थी. इससे साझा 884.9 किमी लंबी सीमा के विभिन्न हिस्सों में 12 क्षेत्रों से संबंधित विवाद पैदा हुए थे. कई बार दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद भड़क चुके हैं. साल 2010 में ऐसी ही एक घटना में लैंगपीह में पुलिस गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे.
नए राज्य बनने के बाद प्रारंभिक समझौते में सीमाओं के सीमांकन को लेकर बहुत सारे विवाद थे. असम के साथ मिजोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश की विवादास्पद सीमाओं को लेकर भी दोनों तरफ से काफी हिंसा सामने आई है. पिछले साल 26 जुलाई को असम-मिजोरम सीमा पर अब तक की सबसे भीषण हिंसा में असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई थी तथा दोनों पड़ोसी राज्यों के लगभग 100 नागरिक एवं सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे.
असम एवं मेघालय के बीच अंतिम समझौता अहम है, क्योंकि दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद बहुत लंबे समय से लंबित है. दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद इतना ज्यादा गहरा है कि असम पर जहां विवादित इन क्षेत्रों पर अपने पुश्तैनी दावों के आधार पर पुलिस चौकियां स्थापित करने के आरोप लगे थे. वहीं मेघालय ने गुवाहाटी में कोइनाधोरा हिल पर मौजूद तत्कालीन सीएम तरुण गोगोई के सरकारी आवास को अपनी जमीन पर बता दिया था.
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