PM-SHRI Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केन्द्रीय कैबिनेट ने पीएम-श्री योजना को मंजूरी दे दी है. इसके तहत देशभर के 14500 से अधिक स्कूलों को नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के मानकों के आधार पर विकसित किया जायेगा. इन स्कूलों को नवीन बुनियादी ढ़ाचे, शिक्षाशास्त्र और प्रौद्योगिकी के अनुरूप विकसित किया जायेगा. पीएम-श्री योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना है.
इस योजना के तहत केंद्र, राज्य, संघ शासित राज्य या स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित चुनिंदा मौजूदा 14500 से अधिक स्कूलों को विकसित किया जायेगा. प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) योजना देश के चुनिंदा विद्यालयों का कायाकल्प करने के लिए लांच की गयी है.
पीएम-श्री योजना क्या है?
शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, पीएम श्री स्कूल (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) एक केन्द्रीय योजना है. इसके तहत, NEP, 2020 की प्रमुख विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और नगर निकायों के 14,500 स्कूलों का पुनर्विकास किया जाएगा.
आज माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता वाली केन्द्रीय कैबिनेट से @EduMinOfIndia की महत्वाकांक्षी योजना "पीएम-श्री" को मंजूरी मिलने की घोषणा माननीय केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री @dpradhanbjp जी ने की और साथ ही इस योजना की विस्तृत जानकारी साझा की। #PMSHRISchools pic.twitter.com/SZh9uIeUO5
— Ministry of Education (@EduMinOfIndia) September 7, 2022
इस योजना में क्या है विशेष?
- NEP 2020: इस योजना के तहत विद्यालयों में समान, समावेशी और खुशहाल वातावरण और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाएगी, जो नई शिक्षा नीति-NEP 2020 पर आधारित होगी.
- ग्रीन स्कुल: पीएम श्री स्कूलों को ग्रीन स्कूलों के रूप में विकसित किया जाएगा, जहाँ पर्यावरण के अनुकूल सोलर लाइट, एलईडी लाइट, प्लास्टिक फ्री, प्राकृतिक खेती, कचरा प्रबंधन आदि सुविधाओं से सुसज्जित होगा.
- PM SHRI स्कूल एक उदाहरण के रूप में क्षेत्र के अन्य स्कूलों के लिए मेंटरशिप प्रदान करेंगे और साथ ही अपना नेतृत्व भी प्रदान करेंगे.
- इस योजना की मदद से छात्र के सम्पूर्ण बौद्धिक विकास और बेहतर सीखने की क्षमता का विकास किया जायेगा.
- सेक्टर स्किल काउंसिल: इस योजना के माध्यम से रोजगार क्षमता बढ़ाने और बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सेक्टर स्किल काउंसिल और स्थानीय उद्योग के साथ जोड़ा जायेगा. जो समय-समय काउंसिल माध्यमों से बच्चों को सहायता प्रदान करे.
- स्कूल गुणवत्ता मूल्यांकन ढांचा (SQAF): स्कूल गुणवत्ता मूल्यांकन ढांचा की मदद से छात्रों की प्रगति और परिणामों को मापने के लिए प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों को निर्दिष्ट किया जायेगा. साथ ही समय-समय पर गुणवत्ता मूल्यांकन किया जायेगा.
पीएम-श्री स्कूल, केंद्रीय विद्यालयों या नवोदय विद्यालयों से कैसे अलग है?
केन्द्रीय विद्यालय या जवाहर नवोदय विद्यालय पूरी तरह से केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं. वे केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं के तहत केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित विद्यालय हैं. लेकिन पीएम श्री स्कूल के अंतर्गत केंद्र, राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और स्थानीय निकायों द्वारा संचालित मौजूदा स्कूलों का विकसित किया जायेगा. इसका आशय यह है कि पीएम श्री स्कूल या तो KVS, NVS, राज्य या नगर निगमों द्वारा संचालित कोई भी हो सकते है.
कैसे चुना जायेगा पीएम श्री स्कूल?
पीएम श्री स्कूलों का चयन चैलेंज मोड के माध्यम से किया जाएगा. स्कूलों को ऑनलाइन पोर्टल पर स्वयं आवेदन करना होगा. यह पोर्टल, योजना के पहले दो वर्षों के लिए, वर्ष में चार बार, प्रत्येक तिमाही में एक बार खोला जाएगा. जिस पर विद्यालय आवेदन कर सकते है. जिसके तहत स्कूल अनुकरणीय स्कूल बनने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे.
पीएम-श्री योजना के कार्यान्वयन की रणनीति:
- पीएम श्री स्कूलों को समग्र शिक्षा, KVS और NVS के लिए उपलब्ध मौजूदा प्रशासनिक ढांचे के माध्यम से लागू किया जाएगा.
- पीएम श्री स्कूलों में अन्य स्वायत्त निकायों को आवश्यकतानुसार विशिष्ट परियोजना के आधार पर शामिल किया जाएगा.
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों को समझने और इन स्कूलों की प्रगति का आकलन समय-समय पर सख्ती से किया जायेगा.
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